योगी सरकार का बड़ा फैसला, 12000 बसों से वापस लाए जाएंगे प्रवासी मजदूर
लखनऊ। देश में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के चलते लाखों लोग को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लगभग दो महीने से लागू लॉकडाउन के कारण लाखों प्रवासी मजदूर घर वापस आने की कोशिश रहे हैं। मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार अन्य फंसे हुए प्रवासियों को वापस लाने के लिए राज्यों में 12,000 बसें भेजेगी।
Recommended Video
15,000 अतिरिक्त बसें उपलब्ध कराई गईं
सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को ट्वीट कर जानकारी दी कि, प्रत्येक जिलाधिकारी के पास 200 बसें होंगी। इस तरह यूपी के 75 जिलों के हिसाब से 15,000 अतिरिक्त बसें उपलब्ध कराई गई हैं। सीएम ऑफिस से जारी निर्देश में कहा गया है कि, यूपी परिवहन निगम जिला प्रशासन से समन्वय स्थापित करते हुए प्रवासीजनों की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित कराए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्रवासीजनों को बस से भेजने के लिए धनराशि भी स्वीकृत की है। यात्रा निःशुल्क संपन्न कराई जाए।
प्रदेश सरकार ने 590 श्रम स्पेशल ट्रेनों की बुकिंग की
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि सीमावर्ती क्षेत्र के साथ-साथ टोल प्लाजा, एक्सप्रेस-वे तथा प्रमुख चौराहों पर प्रवासी कामगारों एवं श्रमिकों के लिए भोजन एवं पेयजल की व्यवस्था की जाए। योगी सरकार ने कहा कि, प्रवासी पैदल या मोटरसाइकिल, तिपहिया वाहनों या ट्रकों से यात्रा न करें। विशेष ट्रेनों और बसों के माध्यम से उनके परिवहन की व्यवस्था की गई है। सूत्रों के मुताबिक, अब तक, उत्तर प्रदेश सरकार ने 590 श्रम स्पेशल ट्रेनों की बुकिंग की है।
|
सीएम योगी ने प्रियंका से मांगी बसों की लिस्ट
योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के प्रवासी श्रमिकों के लिए 1,000 बसें चलाने के अनुरोध पर भी सहमति व्यक्त की है। यूपी सरकार ने कांग्रेस नेता के कार्यालय को पत्र लिखकर बसों, उनकी संख्या और ड्राइवरों के नाम का विवरण मांगा है। सोमवार को यूपी सरकार के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने प्रियंका को चिट्ठी लिखकर बताया है कि सरकार ने प्रवासी मजदूरों के संबंध में उनके प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है।
लॉकडाउन-4:
केजरीवाल
ने
जारी
की
गाइडलाइन,
जानें-
दिल्ली
में
कल
से
क्या
खुलेगा,
क्या
रहेगा
बंद