लॉकडाउन के बीच कैसे किए जाएं जरूरी काम, योगी सरकार ने बनाई अलग-अलग कमेटियां
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया है कि लॉकडाउन के दौरान कैसे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए जरूरी काम हों, इसके लिए अलग-अलग कमेटियां बनाई गई हैं। उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के नेतृत्व में एक कमेटी बनाई गई है जो ये बनाएगी कि लॉकडाउन में निर्माण के कार्यों के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का किस तरह पालन करते हुए काम किया जा सकता है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा, हम इस बात को भी तय करने जा रहे हैं कि कुछ रूटीन, आवश्यक कार्यों को कैसे किया जा सकता है क्योंकि जरूरी काम जारी रहें, ये भी जरूरी है। इसलिए अलग-अलग कमेटी गठित की गई हैं जो बताएंगी कि 15 अप्रैल के बाद कैसे काम करना है।
योगी आदित्यनाथ ने बताया कि अभी स्कूल नहीं खोले जा सकते हैं, ऐसे में यूपी के दूसरे उप-मुख्यमंत्री दिनेश मौर्य के नेतृत्व में कमेटी बनाई गई है जो तय करेगी कि छात्रों के कोर्स को ऑनलाइन कैसे किया जाए। वित्त मंत्री खन्ना के नेतृत्व में बनी कमेटी इस पर राय देगी कि लॉकडाउन के बीच रेवेन्यू कैसे आएगा, इसके लिए क्या उपाय किया जाए। कृषि मंत्री की कमेटी किसानों की समस्या का समाधान ढूंढेगी। इसमें किसानों को मनरेगा से जोड़ना और फसल की खरीद गांव जाकर हो सके इस पर विचार होगा।
सीएम योगी ने रविवार को कहा, सभी मंत्रियों से कहा गया है कि 15 अप्रैल से अपने कार्यालयों में बैठें, विभागीय कामकाज देखें, विशेष सचिव से ऊपर के अधिकारी भी आएंगे। इस दौरान सभी को सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखने के लिए कहा गया है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने अभी अपने स्तर पर लॉकडाउन को बढ़ाने का ऐलान नहीं किया है। पीएम के साथ बैठक में योगी आदित्यनाथ ने लॉकडाउन को दो हफ्ते बढ़ाने का समर्थन किया है। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 480 हो चुकी है। रविवार तक भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 8356 केस सामने आए हैं। अब तक देश में 273 लोगों की जान इससे जा चुकी है।
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