क्यों घाटी में हथियार छीनकर भाग रहे युवा और क्या है आतंकियों का मकसद
जम्मू कश्मीर में युवाओं को आतंकी अब सेना और सुरक्षाबलों की बंदूकें छीनने के लिए उकसा रहे हैं। घाटी में अब युवाओं के बीच बंंदूक छीनकर भागना एक आम बात सी हो गई है।
श्रीनगर। पिछले कुछ दिनों से जम्मू कश्मीर घाटी में एक नया फैशन देखने को मिल रहा है। आतंकी यहां पर सुरक्षाबलों से उनके पास मौजूद बंदूकें छीनकर भागने लगे हैं। हाल ही में आतंकी अनंतनाग में मौजूद सुरक्षाकर्मियों से उनकी बंदूकें छीनकर भाग गए थे। इन घटनाओं ने अब इंडियन आर्मी को भी परेशान कर दिया है।
हिजबुल में रिलीज किया था वीडियो
हिजबुल मुजाहिदीन ने भी कुछ दिनों पहले एक ऐसा वीडियो रिलीज किया था जिसमें आतंकी बंदूक छीनकर भागते हुए नजर आते हें। इस वीडियो में हिजबुल मुजाहिदीन का नया कमांडर युवाओं से अपील करता है कि वह सुरक्षाबलों के पास मौजूद हथियारों को लेकर भाग जाएं।
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युवाओं से आतंकी संगठनों की अपील
पिछले दो माह में ऐसी कम से कम तीन घटनाएं हुई हैं। अधिकारियों के मुताबिक हिजबुल मुजाहिदीन ने घाटी के युवाओं से अपील की है कि वे हथियारों को छीनना शुरू कर दें। घाटी में अशांति के दौरान चरमपंथी संगठनों में युवाओं की भर्ती में तीन गुना तक इजाफा हुआ है।
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क्यों हथियार छीन रहे हैं युवा
अधिकारियों के मुताबिक भर्ती में एकदम से इजाफा हुआ है। संगठनों के पास हथियारों की कमी है और इस वजह से इन घटनाओं में बढ़ोतरी देखी जा सकती है। ऐसी घटनाओं के पीछे सुरक्षाबलों और अधिकारियों के लिए शर्मनाक स्थिति पैदा करना भी एक बड़ा मकसद है।
55 राइफल्स के साथ फरार आतंकी
जुलाई में आतंकी करीब 55 सर्विस राइफल्स के साथ भाग गए थे। आपको बता दें कि यह वही माह था जिसमें सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में हिजबुल कमांडर बुरहान वानी की मौत हो गई थी। इंडियन आर्मी ने ऐसी घटनाओं पर चिंता जाहिर की है और कहा कि इसे रोकने के लिए वह स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर काम कर रही है।
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सेना खासी परेशान
चिनार कॉर्प्स के कमांडिंग ऑफिसर लेफ्टिनेंट जनरल सतीश दुआ कहते हैं कि सेना जम्मू कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर काम कर रही है ताकि राज्य में साधारण स्थिति बहाल हो सके। हालांकि राइलफ स्नैचिंग की घटनाओं से सेना काफी परेशान है।
12 घंटे में 44 गिरफ्तार
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता की ओर से बताया गया है कि करीब 44 व्यक्तियों को आतंकी गतिविधियों से जुड़े होने की वजह से गिरफ्तार किया जा चुका है। 12 घंटे के ऑपरेशन के बाद इन्हें बारामूला से गिरफ्तार किया गया था।