जानिए कौन हैं नंद किशोर वाल्मीकि जो ईसाई, मुसलमानों को वापस बना रहा हैं हिंदू
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला)। कौन है नंद किशोर वाल्मीकि? आगरा में धर्म परिवर्तन के मामले के सामने आने से पहले इसका नाम आगरा के बाहर किसी ने नहीं सुना था। पर आगरा में कुछ मुसलमानों को हिन्दू धर्म से जोड़ने में अहम भूमिका निभाने वाले वाल्मीकि को अब सारा देश जानता है। उसे विश्व हिन्दू परिषद ( विहिप)में आने वाले समय में खास पद मिल सकता है।
जानकारी के अनुसार, नंद किशोर वाल्मीकि ने सरेंडर कर दिया है। 12 हजार के इनामी राशि वाले वाल्मीकि को पकड़ने के लिए सीओ असीम चौधरी के नेतृत्व में चार टीमों का गठन किया गया था। दरअसल वाल्मीकि लंबे समय से विश्व हिन्दू परिषद से जुड़ा है। वह विहिप और संघ के कार्यक्रमों में भाग लेता है। उसका आगरा शहर में खासा नाम है विहिप के नेता और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में।
संसद में गूंज
आगरा में हुए धर्म परिवर्तन का मुद्दा संसद में भी गूंजा था जिसकी वजह से संसद की कार्यवाही भी बाधित हुई थी। जानकारी के मुताबिक आगरा में धर्मपरिवर्तन कराने वाले मुख्य आरोपी नंद किशोर वाल्मीकि के आत्म समर्पण में भाजपा के एक विधायक ने अहम भूमिका निभाई है।
अँबेडकर से विहिप तक
जानकारी के मुताबिक, वाल्मीकि एक दौर में बाबा साहेब अंबेडकर की विचारधारा से भी खासा प्रभावित था। पर, उसके बाद वह पूरी तरह से विहिप से जुड गया। उसका दफ्तर आगरा के राजा की मंडी इलाके में है। जानकारों का कहना है कि वह हर वक्त यही बात करता है कि हिन्दू धर्म से लोग अन्य धर्मों का रुख कर रहे हैं पैसे के कारण।