जानिए क्या है रो-रो नौका सेवा, पढ़ें फेरी सर्विस से जुड़ी खास बातें
नई दिल्ली। गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ताबड़तोड़ गुजरात दौरा कर रहे हैं। पिछले एक महीने से पीएम तीसरी बार गुजरात दौरे पर पहुंचें है। रविवार को गुजरात पहुंचे पीएम मोदी ने रो-रो फेरी सेवा का उद्घाटन किया। पीएम मोदी की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक रो रो फेरी सेवा की नींव उन्होंने साल 2012 में ही रखी थी जब वो गुजरात के मुख्यमंत्री थे।
क्या है रो-रो फेरी सेवा
पीएम मोदी की इस रो रो फेरी सेवा ने भावनगर से भरूच की दूरी 310 किलोमीटर से घटकर मात्रा 31 किलोमीटर रह गई है। 615 करोड़ रुपये की लागत से बनी ये योजना अपने आप में एक अनोखी योजना है। इस नौका सेवी की मदद से न केवल यात्री बल्कि भारी सामान भी पहुंचाए जाएंगे। रो रो फेरी सेवा की मदद से सामान को लाद कर उसे पहुंचाना होगा। इन जहाजों को इस तरह से तैयार किया जाता है, इसमें कारों, ट्रकों, सेमी-ट्रेलर ट्रकों, ट्रेलर्स जैसे सामान भी आसानी से लादे जा सकेंगे।
खास डिजाइन के जहाज
इस नौका सेवा के लिए जहाजों को खास डिजाइन के साथ तैयार किया गया है। इसमें क्रेन की मदद से किसी भी सामान को उठाया जाता है और दूसरे स्थान पर रखा जाता है।। जहाज इस तरह से डिजाइन किए गए हैं कि बंदरगाहों पर ही सामान चढ़ाया और उतारा जा सकता है। इस सेवा की मदद से भावनगर के घोघा बंदरगाह से भरुच बंगरगाह केवल 1 घंटे में पहुंचा जा सकता है। इसके एक जहाज में करीब 100 वाहनों को लादा जा सकता है।
कितने करोड़ की लागत
इस प्रोजेक्ट को तैयार करने में करीब 615 करोड़ की लागत लगी है। इस फेरी सेवा की जिम्मेदारी गुजरात सरकार के मरीन एवं पोर्ट अफेयर्स के पास है। अभी पहले फेज का उद्घाटन किया गया है। माना जा रहा है कि ये रो-रो फेरी सेवा गुजरात के औद्योगिक विकास के लिए काफी उपयोगी होगा। समय की बचत उद्योग के विकास में काफी मददगार होगी।