VIDEO: विरोध प्रदर्शन के दौरान आपस में भिड़ गए कांग्रेस के दो दिग्गज नेता, जमकर हुई धक्कामुक्की
हैदराबाद। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जहां कांग्रेस के दिग्गज नेता चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं, इसी बीच दो बड़े कांग्रेस नेताओं के बीच धक्का-मुक्की की चौंकाने वाली तस्वीर सामने आई है। पूरा मामला उस समय सामने आया जब हाल ही में आए तेलंगाना बोर्ड इंटरमीडिएट के रिजल्ट्स को लेकर कांग्रेस नेता विरोध प्रदर्शन के लिए पहुंचे थे। इसी दौरान अचानक ही कांग्रेस के दो दिग्गज नेता आपस में भिड़ गए। हालात इतने खराब हो गए कि उन्होंने उनके बीच धक्का-मुक्की की भी नौबत आ गई। जिन दो नेताओं के बीच विवाद हुआ उनमें से एक नेता की उम्र 70 साल है।
पहुंचे थे विरोध प्रदर्शन करने, आपस में ही भिड़ गए कांग्रेस नेता
पूरा मामला हैदराबाद में उस समय सामने आया जब कांग्रेस नेता राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के लिए जमा हुए थे। इसी बीच राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसी नेता आपस में ही भिड़ गए। उनके बीच किसी बात को लेकर पहले कहासुनी हुई, बाद में कांग्रेस के दिग्गज नेता 70 वर्षीय वी. हनुमंथा राव और नागेश मुदिराज के बीच हाथापाई शुरू हो गई। इस दौरान पार्टी नेताओं ने बीच बचाव की कोशिश की, लेकिन दोनों नेताओं के बीच हालात धक्का-मुक्की तक पहुंच गया।
इसे भी पढ़ें:- प्रधानमंत्री मोदी पर सिद्धू के हमले तेज, 5 'नई गालियों' से साधा निशाना
|
दो नेताओं के बीच हुई धक्का-मुक्की, देखिए VIDEO
दरअसल, तेलंगाना बोर्ड 12वीं के नतीजे 18 अप्रैल को आए थे। जिसको को लेकर लगातार गड़बड़ी के आरोप बोर्ड पर लगाए जा रहे थे। कई छात्र-छात्राओं के परिजनों ने तेलंगाना बोर्ड के प्रति रिजल्ट को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की थी। यही नहीं लगातार प्रदेश में इस मुद्दे को लेकर प्रदर्शन हो रहे हैं। विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने भी प्रदेश की तेलंगाना सरकार के खिलाफ प्रदर्शन का फैसला लिया। कांग्रेस नेता शनिवार को प्रदर्शन कर रहे थे जब पार्टी के ही दो नेता आपस में भिड़ गए और स्थिति धक्का-मुक्की तक पहुंच गई।
70 साल के हनुमंथ राव और नागेश मुदिराज के बीच हुई हाथापाई
बता दें कि 12वीं के नतीजों के बाद से ही तेलंगाना बोर्ड ऑफ इंटरमीडिएट एजुकेशन पर लगातार विपक्षी पार्टियां धांधली के आरोप लगा रही हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इस साल परीक्षा में करीब 3 लाख से ज्यादा छात्र-छात्राएं फेल हुए हैं। इस मामले में हंगामा बढ़ने के बाद इन छात्रों की कॉपियों के दोबारा जांच के आदेश दिए गए हैं। इस साल फरवरी-मार्च में आयोजित इंटरमीडिएट परीक्षाओं में कुल 9.74 लाख छात्रों ने हिस्सा लिया था और इनमें से 3.28 लाख छात्र फेल हो गए थे।
अपने राज्य की विस्तृत चुनावी खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें