'भारत जैसे देश में एक राष्ट्रपिता नहीं हो सकता', ओवैसी के बयान पर वीर सावरकर के पोते रंजीत
नई दिल्ली, 13 अक्टूबर: स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने प्रतिक्रिया दी थी, जिसके बाद अब वीर सावरकर को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। अब ओवैसी के बयान पर वीर सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने अपना रिएक्शन दिया है। पढ़िए क्या कहा?
रंजीत सावरकर ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि महात्मा गांधी राष्ट्रपिता हैं। भारत जैसे देश में एक राष्ट्रपिता नहीं हो सकता, हजारों ऐसे हैं जिन्हें भुला दिया गया है। आप भी सुनिए रंजीत सावरकर का बयान।
#WATCH | "...I don't think Gandhi is the father of nation. Country like India cannot have one father of the nation, there are thousands who have been forgotten...," says Ranjit Savarkar, grandson of Veer Savarkar on AIMIM's Asaduddin's Owaisi's Savarkar as father of nation remark pic.twitter.com/5vJ2oN5jVK
— ANI (@ANI) October 13, 2021
दरअसल, ओवैसी ने RSS प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर कहा था कि ये लोग इतिहास को तोड़कर पेश कर रहे हैं। एक दिन ये लोग महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता के दर्जे से हटाकर सावरकर को ये दर्जा दे देंगे। न्यायाधीश जीवन लाल कपूर की जांच में सावरकर को गांधी की हत्या में शामिल पाया गया था।
हिंदुत्व सावरकर या विवेकानंद का नहीं, हिंदुत्व एक है और अंत तक वही रहेगा- RSS प्रमुख मोहन भागवत
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वीर सावरकर को लेकर विवाद एक बार फिर बढ़ गया है। आपको बता दें कि मंगलवार को वीर सावरकर की जीवन पर आधारित बुक 'वीर सावरकर- द मैन हू कैन्ड प्रिवेंटेड पार्टिशन' के विमोचन कार्यक्रम में शामिल हुए मोहन भागवत ने कहा था कि सावरकर को साजिश के तहत फंसाया गया था। उन्हें बदनाम करने की कोशिश की गई। आजादी के बाद संघ और वीर सावरकर को बदनाम करने की मुहिम तेजी से चलाई गई।
वीर सावरकर पर जिस पुस्तक का विमोचन किया गया था, उसको उदय माहूरकर ने लिखी है। पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में मोहन भागवत के अलावा, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल हुए थे। अपने भाषण में राजनाथ सिंह ने सावरकर को सच्चा राष्ट्र भक्त बताया था।