भारत-चीन के बीच डोकलाम में जारी विवाद पर क्या कहा अमेरिका ने
नई दिल्ली। अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने भारत-चीन के बीच सिक्किम में जारी सीमा विवाद पर चिंता जताई है। दोनों देशों ने अपील की है कि चीन और भारत साथ में मिलकर काम करें और शांति के लिए कुछ उपाय तलाशें। आपको बता दें कि इन दिनों ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री भारत आई हुई हैं तो वहीं मालाबार युद्धाभ्यास के जरिए अमेरिका, जापान और भारत की नौसेनाएं एक साथ मौजूद हैं।
दोनों देश तलाशें हल
अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता हीथर नाउर्ट ने डेली मीडिया ब्रीफिंग में कहा, 'मुझे पता है कि अमेरिका दोनों देशों के बीच वर्तमान स्थिति को लेकर चिंतित है।' उन्होंने यह बात तब कही जब उनसे दोनों देशों के बीच जारी सीमा विवाद से जुड़ा सवाल पूछा गया था जिसे अब एक माह से ज्यादा हो चुका है। उन्होंने आगे कहा , 'मुझे भरोसा है कि दोनों देश साथ में मिलकर काम करेंगे और तनाव का एक हल तलाशेंगे।' चीन और भारत जून माह से ही सिक्किम सेक्टर के डोकलाम में आमने-सामने हैं जहां पर भारत के सैनिकों ने चीनी सैनिकों की ओर से हो रहे सड़क निर्माण कार्य को बंद करने के लिए कहा था।
चीन की गतिविधियों से बढ़ी चिंता
ऑस्ट्रेलिया ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र के अहम लोकतांत्रिक देशों- भारत, इंडोनेशिया, जापान और ऑस्ट्रेलिया को एक साथ काम करने के लिए कहा है। भारत दौरे पर आईं ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री जूली बिशॉप ने हिंद महासागर में भारत को 'लीडर' करार दिया है और उन्होंने साफ कहा है कि इस क्षेत्र में लगातार बढ़ती चीनी नौसेना की गतिविधियों को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय में चिंता बढ़ रही है। सिक्किम सेक्टर के जिस डोकलाम में भारत और चीन के बीच विवाद चल रहा है उसे भूटान डोकलाम कहता है तो भारत ने इसे डोक ला नाम दिया है। वहीं चीन इस हिस्से को डोंगलांग क्षेत्र कहता है। भारत और चीन के बीच 3,488 किलोमीटर का लंबा बॉर्डर है जो जम्मू कश्मीर से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक फैला है। वहीं 220 किलोमीटर लंबा सेक्शन सिक्किम में आता है।