आरबीआई के रिजर्व को लेकर उर्जित पटेल की केंद्र सरकार को दो टूक
नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर उर्जित पटेल ने एक बार फिर से साफ किया है कि आरबीआई में मौजूदा कैश रिजर्व को बनाए रखना काफी जरूरी है। अंतरराष्ट्रीय बाजार की अस्थिरता को देखते हुए बैंक को अपने कैश रिजर्व को बढ़ाए रखने की जरूरत है। उर्जित पटेल ने यह बात संसदीय कमेटी के सामने रखी है, इसके साथ ही उन्होंने इशारा कर दिया है कि आने वाले समय में वह केंद्र सरकार को बड़ा कैश रिजर्व ट्रांसफर नहीं करने के मूड में हैं।
सूत्रों की मानें तो उर्जित पटेल ने स्टैंडिंग कमेटी के सामने अपनी बात रखते हुए कहा कि बैंक का कैश रिजर्व इसलिए बेहद जरूरी है ताकि म मुश्किल समय में लोगों की कैश की जरूरतों को पूरा किया जा सके। उर्जित पटेल का यह बयान इसलिए भी अहम है क्योंकि आरबीआई के कैश रिजर्व को लेकर पिछले कुछ दिनों में केंद्र सरकार और आरबीआई के बीच ठन गई थी। जिसके बाद यहां तक कयास लगाए जा रहे थे कि आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल अपने पद से इस्तीफा तक दे सकते हैं।
गौर करने वाली बात यह है कि यह पहली बार है जब उर्जित पटेल ने इस मुद्दे पर अपनी बात रखी है। आरबीआई ने साफ किया था कि उसका 28 फीसदी रिजर्व जोकि तकरीबन 9.7 लाख रुपए हैं, उसे अव्यवस्थित नहीं किया जाना चाहिए। ऐसे में माना जा रहा है कि आरबीआई प्रमुख का बयान इस बात को देखते हुए दिया गया है कि अगर पेट्रोल के दाम में बढ़ोतरी होती है या फिर रुपए के दाम में गिरावट दर्ज की जाती है तो इस रिजर्व की जरूरत पड़ेगी, लिहाजा इसे खर्च नहीं किया जाना चाहिए।
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