UP Civic Polls 2017: पश्चिमी यूपी में पलटा खेल, मुस्लिम आबादी ने दिखाया बसपा में विश्वास
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में बीते दिनों संपन्न हुए निकाय चुनाव में बहुजन समाज पार्टी ने वापसी की है। 16 महापौर की सीटों में से 2 सीट बसपा के खाते में आई है। वहीं इस परिणाम के बाद जो आंकड़े सामने आ रहे हैं वो बसपा के पक्ष में जाते दिख रहे हैं। साल 2012 में सोशल इंजनियरिंग के दम पर सत्ता पर काबिज होने वाली बसपा फिर से जनता के बीच पैठ बना रही है। बीते चुनाव के आंकड़ों के अनुसार पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुस्लिमों ने बसपा पर विश्वास किया है। बसपा ने पश्चिमी यूपी की अलीगढ़ और मेरठ की सीट तो जीती ही साथ ही सहारनपुर की सीट कम मार्जिन से हारी। इसी साल मार्च में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में बसपा के परंपरागत इलाकों जिसमें पश्चिमी यूपी भी शामिल है, यहां से काफी नुकसान हुआ था। विधानसभा चुनावों में भाजपा ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बढ़ोतरी की और सपा और कांग्रेस ने नगरपालिका चुनावों से अलग-अलग चुनाव लड़ा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मुसलमानों ने मायावती में विश्वास जताया है। बसपा सुप्रीमो ने शनिवार को भी सार्वजनिक रूप से चुनाव में उनके मुस्लिम समर्थन को स्वीकार किया।
अलीगढ़ में सब कुछ भाजपा का फिर भी...
बसपा के मोहम्मद फुरकान ने अलीगढ़ मेयर की सीट 1.25 लाख वोटों से जीती, भाजपा के उम्मीदवार को 10000 वोटों से हराया। इस सीट पर सपा के मुस्लिम उम्मीदवार मुजाहिद किदवई और कांग्रेस उम्मीदवार की जमानत राशि जब्त हो गई। यह हार भाजपा के लिए एक शर्मिंदगी थी क्योंकि कल्याण सिंह के पोते संदीप कुमार सिंह अलीगढ़ में अतरौली विधायक हैं और राज्य सरकार में मंत्री हैं, जबकि अलीगढ़ की सीट भी भाजपा की है।अलीगढ़ सांसद भी भाजपा से हैं।
बसपा की ओर खिसक गया वोट
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एम.एन. पांडे ने अलीगढ़ सीट पर हार के लिए "कुछ समीकरणों" को दोषी ठहराया। उनका संकेत मुस्लिम आबादी की ओर था जो बसपा की ओर खिसक गया।
मेरठ मेयर की सीट पर भी बसपा
इसी तरह मेरठ मेयर की सीट पर, जहां स्थानीय सांसद और विधायक बीजेपी के सभी सदस्य हैं, बीएसपी की सुनीता वर्मा ने 2.35 लाख मत हासिल करके भाजपा की प्रतिद्वंद्वी पर 30,000 से अधिक मतों से जीत हासिल की। सपा और कांग्रेस उम्मीदवारों को क्रमशः 47000 और 29000 वोट मिले और उनकी जमा राशि जब्त हो गई।
सपा की जमानत राशि हुई जब्त
सहारनपुर के मेयर सीट पर बसपा के फजुल उल रहमान भाजपा के उम्मीदवार को सिर्फ 2000 वोटों से हार गए लेकिन 1.1 9 लाख मत मिले। एसपी ने इस सीट पर जमानत राशि जब्त हो गई। बीएसपी ने सहारनपुर जिले में देवबंद और नाकुर दोनों सीटों के अध्यक्ष, नगर पालिका परिषद के चुनाव जीतकर आश्चर्यचकित किया, जिसमें मुसलमानों की भारी उपस्थिति है।
आगरा में भी बसपा बढ़ी
बसपा ने आगरा मेयर सीट पर दूसरे स्थान पर भी 1.44 लाख मत हासिल किए, जबकि एसपी की इस सीट पर जमानत राशि जब्त हो गई। झांसी में भी बसपा दूसरे स्थान पर रही जबकि सपा और कांग्रेस की जमानत राशि जब्त हो गई। यह प्रदर्शन 21 दिसंबर और 201 9 के लोकसभा चुनावों में कानपुर के सिकंदरा में आगामी विधानसभा उपचुनाव में, फूलपुर और गोरखपुर में महत्वपूर्ण संसदीय उप-चुनावों से पहले बसपा के लिए अच्छा होगा। बसपा ने 2017 में हुए विधानसभा चुनावों में केवल 19 सीटों पर सीटें जीती।