केंद्रीय मंत्री अनिल माधव दवे का दिल का दौरा पड़ने से निधन, पीएम ने दुख जताया
अनिल दवे पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। दिल्ली में दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हुई है।
नई दिल्ली। केंद्रीय वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री अनिल माधव दवे का निधन हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर उनके निधन पर शोक जताया है। अनिल दवे पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे।
दिल्ली में दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हुई है। बीजेपी समेत तमाम दलों के नेता उनकी मौत पर अपनी संवेदना व्यक्त की है। नर्मदा नदी को बचाने के लिए अनिल माधव ने बहुत काम किया है। उन्होंने पर्यावरण को बचाने के लिए कई किताबें भी लिखी हैं।
पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा, मैं कल शाम को अनिल दवे जी के साथ था, उनके साथ नीतिगत मुद्दों पर चर्चा कर रहा था। उनका निधन मेरा निजी नुकसान है। उन्हें लोग जुझारू लोक सेवक के तौर पर याद रखेंगे। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में वह काफी जुझारू थे।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी ट्वीट के जरिए अपनी संवेदना व्यक्त की है। गडकरी ने लिखा है कि ये बहुत ही दुखद समाचार है। मै दवे जी के परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना हैै।
बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट किया, राष्ट्र के लिए समर्पित अनिल माधव जी के जीवन में, उनका पर्यावरण के क्षेत्र में दिया गया योगदान, बेहद अमूल्य है।
अनिल दवे का जन्म उज्जैन में हुआ था।अनिल आरएसएस से जुड़े थे। वह पायलट भी थे। लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने शिवाजी पर किताब लिखी थी। गौरतलब है कि 61 साल के दवे न सिर्फ पर्यावरणविद् थे बल्कि इसके संरक्षण के लिए अलग-अलग अभियानों का नेतृत्व भी कर चुके थे। 6 जुलाई, 1956 को उनका जन्म उज्जैन के एक गांव में हुआ था। उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा गुजरात में ली थी। वे संघ के प्रचारक भी थे।
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