कोलकाता में दुर्गा पूजा से पहले UNESCO टीम का दौरा, सीएम ममता ने भेजा था निमंत्रण
नई दिल्ली, 23 अगस्त। यूनेस्को की टीम अगले सप्ताह कोलकाता का दौरा करेगा। सीएम ममता बनर्जी ने यूनेस्को टीम को कोलकाला बुलाने के लिए निमंत्रण पत्र भेजा था। यूनेस्कों के निदेशनक ने खुद इसकी पुष्टि की है। कोलकाता में हर वर्ष नवरात्रि के अवसर पर होने वाली दुर्गा पूजा को यूनेस्को से 'मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की प्रतिनिधि सूची' में दर्ज किया जा चुका है। पिछले साल कोलकाता की दुर्गा पूजा को यूनेस्को ने इसे हेरिटेज का टैग दिया था।
यूनेस्को के निदेशक ने कहा है कि वो अगले सप्ताह अपने सहयोगी के साथ पेरिस से अपने सहयोगी के साथ कोलकाता का दौरा करेंगे। पहले वो नई दिल्ली में केंद्र सरकार के एक कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके बाद कोलकाता जाएंगे। यूनेस्को को निदेशक ने बताया है कि वो राजस्थान भी जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोलकाता में वो दुर्गा पूजा के उत्सव में शामिल होंगे, जिसे पिछले साल यूनेस्को सांस्कृतिक विरासत का टैग दिया गया था।
न्यूज एजेंसी एएनआई के साथ इंटरव्यू में दिल्ली में एएनआई के साथ बात करते हुए, यूनेस्को के निदेशक ने कहा, 'हर कोई यूनेस्को को उसके विश्व धरोहर स्थलों के माध्यम से जानता है और 20 वर्षों तक हमने विरासत को बढ़ावा देने और उसकी सुरक्षा के लिए भारत सरकार के साथ मिलकर काम किया है। सांस्कृतिक विरासत, देश की जीवित विरासत जो संगीत से पुरानी परंपराओं से कला और शिल्प तक जाती है और बहुत कुछ।' नवरात्र को लेकर उन्होंने कहा, 'यह एक अद्भुत उत्सव है और मुझे लगता है कि भारत में कई त्यौहार हैं और निश्चित रूप से यह सबसे महत्वपूर्ण में से एक है।
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इसी साल यूनेस्को के टैग के लिए गरबा को नामित किया गया है। जिसके लिए यूनेस्को की अगली बैठक नवंबर में होनी है। यूनेस्को के निदेशक ने कहा, 'यूनेस्को और रॉयल एनफील्ड, सबसे पुराना मोटरसाइकिल ब्रांड, हिमालय से शुरू होकर भारत की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने की योजना है। हमने रॉयल एनफील्ड के साथ साझेदारी करने का फैसला किया है क्योंकि मोटरबाइक पर आप जा सकते हैं। ऐसी जगहें जहां आप शायद कार से नहीं जा सकते हैं या चलने में लंबा समय लगेगा।'