इस साल किस महीने जमकर बरसेंगे बादल, मानसून को लेकर बड़ी खबर
नई दिल्ली। मौसम विभाग इस वर्ष मानसून को लेकर अपनी पहली भविष्यवाणी करेगा, ऐसे में माना जा रहा है कि इस वर्ष भी देश में मानसून सामान्य रहेगा। मौसम विभाग इस बार के मानसून को लेकर अपनी भविष्यवाणी सोमवार को कर सकता है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि आसार है कि इस बार का मानसून बेहतर रहेगा, मानसून अपनी दस्तक इस बार जून के माह में दे सकता है और यह सितंबर तक रहेगा। इस दौरान बारिश सामान्य रहने के आसार हैं। गत वर्ष मानसून के दौरान बारिश 95 फीसदी रही थी।
क्यो अहम है यह भविष्यवाणी
भारत में जून से लेकर सितंबर माह के बीच सामान्य तौर पर 89 सेंटीमीटर बारिश होती है, जोकि अपने कुल वार्षिक औसत का 75 फीसदी है। इस बार मौसम के पक्ष में जो सबसे बड़ी बात है वह यह कि यह सामान्य रह सकती है। इसकी बड़ी वजह है ईएनएसओ जिसे समुद्र के तापमान का मापक माना जाता है, उसके अनुसार इस बार का मानसून सामान्य रह सकता है। ईएनएसओ के मापक के अनुसार समुद्र का तापान सामान्य से थोड़ा गर्म है, जिसे ईआई निनो कंडीशन के तौर पर जाना जाता है। यही वजह है कि भारत में इस बार मानसून के दौरान बारिश सामान्य रह सकती है। ईआई निनो के उलट ला निना होता है जिसे बारिश के लिए जिम्मेदार माना जाता है।
क्या है कहना है विश्विक मौसम विभाग का
वैश्विक मौसम के मॉडल के अनुसार बार प्रशांत महासागर के हालात नीयर न्यूट्रल रहेंगे और यह हर वर्ष की तरह इस बार भी सामान्य रह सकता है। अमेरिका के क्लाइमेट प्रिडिक्शन सेंटर एनओएए का कहना ला नीना स्थिति मौजूद है, इस मानसून के दौरान सामान्य स्थिति इस वर्ष जून के बाद रहने की संभावना है। वहीं ऑस्ट्रेलिया के मौसम विभाग का कहना है कि अगले दो हफ्ते तक ईएनएसओ सामान्य रहेगा।
चार महीनों की बारिश काफी अहम
आपको बता दें कि भारत में चार महीनों में औसत बेहतर मानसून 96 से 104 फीसदी के बीच माना जाता है, जबकि एलपीए 89 सेंटीमीटर रहता है। वहीं सरकार की ओर से मौसम विभाग मानसून की जानकारी 15 अप्रैल के आस-पास देगा। जिस तरह से निजी मौसम विभाग के ओर से साधारण मानसून की बात कही गई है उसके बाद इसका असर चावल, गन्ना, रूई, सोयाबीन, मक्के पर पड़ सकता है।