महाराष्ट्र में गणेश उत्सव पर कोरोना का असर 4 फुट से बड़ी प्रतिमा पर रोक, जानें क्या होंगे नियम
महाराष्ट्र में गणेश उत्सव पर कोरोना का असर 4 फुट से बड़ी प्रतिमा पर रोक, जानें क्या होंगे नियम
मुंबई। हर बार पूरे अगस्त माह देश भर में गणेश उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया जाता हैं। महाराष्ट्र के लोगों को साल भर गणपति बप्पा का विशेष इंतजार रहना है। लेकिन इस कोरोना महामारी के चलते हर त्योहार की तरह गणेश चतुर्थी के पर्व में रौनक थोड़ी कम ही रहेगी। महाराष्ट्र सरकार ने शनिवार को गणेश उत्सव को लेकर एसओपी जारी किया है। इस आदेश के अनुसार महाराष्ट्र में गणेश उत्सव में चार फुट से ऊंची गणेश प्रतिमा रखने पर रोक लगाई है। साथ ही सरकार ने इससे संबंधित कई दिशानिर्देश जारी किए हैं।
गणेश उत्सव में 4 फुट से बड़ी प्रतिमा पर रोक
कोरोना वायरस महामारी का असर तीज-त्यौहार पर पड़ रहा है। महाराष्ट्र सरकार के आदेश के अनुसार गणेश पंडालों में चार फुट से ऊंची गणेश प्रतिमा लगाने की इजाजत नहीं दी जाएगी। गृहमंत्रालय द्वारा जारी किए आदेश के अनुसार, घर के लिए गणेश में भी लोग प्रतिमा अधिकतम 2 फुट की ही रख सकते हैं इसके साथ ही लोगों को अपने घर में ही रहकर गणेश महोत्सव की पूजा करने का आदेश जारी किया हैं। लोगों से पर्यावण के अनुकूल मिट्टी की मूर्तियां स्थापित करने की अपील की गई है।
महाराष्ट्र सरकार ने गणेश उत्सव के लिए जारी किए ये दिशा निर्देश
सरकार ने इन दिशानिर्देशों की जानकारी देते हुए कहा कि कोरोना वायरस महामारी के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर इस बार गणेश महोत्सव एकदम साधारण तरीके से मनाया जाएगा। लोग इस बार घर के अंदर ही गणेश महोत्सव का आयोजन करें और गणेश भगवान की प्रतिमा को घर के अंदर ही विसर्जन करने की कोशिश करें । अगर ऐसा नहीं कर पा रहे हैं तो नजदीकी कृत्रिम तालाब में विसर्जन करने की अपील की। इसके साथ ही कोरोना महामारी के बीच सरकार ने महाराष्ट्र के लोगों को मशविरा दिया कि 2021 की माघी गणपति तक विसर्जन स्थगित करना चाहिए। इस बार लोग सांस्कृतिक कार्यक्रम करने के बजाए रक्तदान शिविर जैसे कैंप आयोजित करवाएं और जरुरतमंदों की मदद करें।
मुंबई में इस बार नहीं सजेगा मशहूर लालबाग राजा का दरबार
महाराष्ट्र की राजधानी में मुंबई में मशहूर गणेश पंडालों में शामिल लालबाचा राजा पर इस गणेश उत्सव पर सन्नाटा रहेगा क्योंकि महाराष्ट्र के सबसे मशहूर गणपति मंडलों लालबागचा कोरोना महामारी के चलते इस बार गणपति उत्सव नहीं मनाने का फैसला किया है। लालबागचा गणपति मंडल ने ये फैसला लिया है। बता दें इस बार गणेश चतुर्थी 22 अगस्त से शुरू हो रही है। उन्होंने कहा कि गणपति की लंबाई कम नहीं की जा सकती है। अगर यहां सरकार के आदेश के अनुसार छोटी मूर्ति भी स्थापित की जाती है तो भी भारी संख्या में लोग यहां दर्शन के लिए जमा होंगे इसलिए लोगों के हित और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए न ही इस साल गणपति बप्पा की मूर्ति स्थापित की जाएगी और न ही मूर्ति विसर्जन किया जाएगा।
कोरोना
का
असर,
इस
बार
नहीं
सजेगा
लालबाग
के
राजा
का
दरबार,
84
साल
में
पहली
बार
होगा
ऐसा