कपास और धागे की भारी कमी से जूझ रहा पाकिस्तान का कपड़ा उद्योग, भारत को किया याद
पाकिस्तान के सबसे चर्चित अखबार 'द डॉन' में खबर छपी है कि पाकिस्तान का कपड़ा उद्दोग कपास की भारी कमी से जूझ रहा है।
नई दिल्ली। पाकिस्तान एक ऐसा मुल्क है जिसका भारत के बिना काम भी नहीं चलाता और भारत से लड़ाई करने से वह बाज भी नहीं आता। वहीं, दूसरी तरफ हम भारतवासी हैं जो अपनी वसुधैव कुटुम्बकम की नीति के तहत अपने हर शत्रु को माफ कर उसकी मदद करने में विश्वास रखते हैं। अब इस ताजा मामले को ही ले लीजिए। पाकिस्तान के सबसे चर्चित अखबार द डॉन में खबर छपी है कि पाकिस्तान का कपड़ा उद्दोग कपास की भारी कमी से जूझ रहा है।
उद्दोग के अधिकारियों ने सरकार से गुहार लगाई है कि इस संकट से कपड़ा उद्दोग को उभारने के लिए भारत से आयात होने वाले कपास पर लगाए गए प्रतिबंधों को हटा दिया जाए। मजेदार बात यह है कि पाकिस्तान के कपड़ा मंत्रालय के अध्यक्ष खुद पाकिस्तान के पीएम इमरान खान हैं। द डॉन की खबर के अनुसार कपड़ा उद्दोग मंत्रालय ने भारत से कपास और सूती धागे के आयात पर प्रतिबंध हटाने के लिए मंत्रिमंडल की आर्थिक समन्वय समिति (ECC) से अनुमति मांगी है।
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अधिकारियों ने कहा, 'हमने प्रतिबंध हटाने के लिए ईसीसी के समक्ष सप्ताहभर पहले ही ब्यौरा रख दिया था। अब कमिटी जो भी फैसला लेगी उसे औपचारिक अनुमोदन के लिए संघीय मंत्रिमडल के समक्ष रखा जाएगा।' खबरों के मुताबिक, प्रधानमंत्री इमरान खान (जो वाणिज्य और कपड़ा मंत्रालय के अध्यक्ष भी है) ने पहले ही इस ब्यौरे को ईसीसी के सामने रखने की मंजूरी दे दी थी।
मालूम हो कि पाकिस्तान में कपास की कम पैदावार ने उसे इस मुद्दे पर बातचीत करने के लिए मजबूर कर दिया है। भारत से प्रतिबंध हटाने पर विचार करने का सरकार का फैसला मूल्य-वर्धित कपड़ा क्षेत्र के लिए एक बड़ी राहत के रूप में आया है, क्योंकि अगर यह प्रतिबंद हटा लिया जाता है तो कपड़ा उद्दोग की सस्ते कच्चे माल तक पहुंच बढ़ जाएगी जिसकी उसे बेहद जरूरत है।
वर्तमान में पाकिस्तान में भारत के अलावा हर देश से कपाल और धागा आयात करने की छूट है। भारत सरकार द्वारा साल 2019 में जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा छीन लेने के बाद पाकिस्तान ने भारत से सभी प्रकार के व्यापर पर प्रतिबंध लगा दिया था। इससे पहले जब पाकिस्तान में कोरोना के हजारों दैनिक मामले सामने आ रहे थे तो उसने मजबूरीवश मई 2020 में भारत से आने वाली दवाओं और कच्चे माल से प्रतिबंध हटा लिया था।
वहीं, पाकिस्तान के वाणिज्य सलाहकार रजाक दाउत ने बताया कि प्रधानमंत्री से इस संबंध में बातचीत हुई है और उन्होंने कपड़ा उद्दोग की परेशानी को कम करने और इसमें गति बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठाने की मंजूरी दे दी है। उन्होंने आगे कहा कि सीमा पार से व्यापार को बहाल करने के लिए सभी कदम उठाए जाएंगें। और इसके लिए ब्यौरे को ईसीसी के समझ प्रस्तुत किया जाएगा।
वहीं, कपड़ा उद्दोग ने सरकार के इस कदम की सराहना की है। भारत से कपास और धागे के आयात पर लगी पाबंदी के कारण पाकिस्तानी कपड़ा उद्दोग इसे अमेरिका, ब्राजील और उजबेकिस्तान से आयात करने पर मजबूर है जो उसे काफी महंगा पड़ रहा है। वहीं, भारत से कपास का आयात पाकिस्तान के लिए और देशों के मुकाबले काफी सस्ता पड़ता है और यह मात्र 3-4 दिन में वहां पहुंच जाता है।