असम के कोकराझार में आतंकी हमला, 13 की मौत, कई घायल
गुवाहाटी। असम के कोकराझार में आतंकियों की ओर से फायरिंग और ग्रेनेड ब्लास्ट की खबरें आ रही हैं। अब तक इस हमले में 13 लोगों की मौत हो चुकी है और 50 से ज्यादा लोग घायल हैं। कोकराझार से सांसद नबा कुमार ने पुष्टि की है कि यह एक आतंकी हमला है। सुरक्षाबलों ने एक हमलावर को मार गिराया है। तीन आतंकी अब भी फरार हैं।
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बिजी मार्केट में बरसाईं गोलियां
आपको बता दें कि कोकराझार असम में उग्रवादियों का गढ़ है और पिछले दिनों यहां पर एनडीएफबी के दो आतंकियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। आतंकियों ने कोकराझार की वीकली मार्केट बालजन थियाली के बीचों-बीच अचानक फायरिंग शुरू कर दी थी।
असम के डीजीपी मुकेश सहाय ने बताया है कि इस हमले को एनडीएफबी (सोंगबीजित) या फिर एनडीएफबी (एस)के आतंकियों ने ही अंजाम दिया है। असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की है।
सांसद ने कही सुरक्षा में चूक की बात
नबा कुमार के मुताबिक यहां पर अलर्ट जारी किया गया था और ऐसे में यह साफतौर पर सुरक्षा में हुई चूक है। बताया जा रहा है कि काले कपड़ों में एक व्यक्ति ने अचानक ही फायरिंग शुरू कर दी और अफरा-तफरी का माहौल बन गया था।
पुलिस को जो आतंकी मारा गया है उसके पास से एक एके-47 मिली है। इस आतंकी को पुलिस ने करीब 20 मिनट तक चली मुठभेड़ के बाद मार गिराया। अतिरिक्त बलों को कोकराझार के लिए रवाना कर दिया गया है।
किसी संगठन ने नहीं ली जिम्मेदारी
बताया जा रहा है कि जिस तरह से हमला हुआ उसकी मॉडेस ऑपरेंडी बिल्कुल एनडीएफबी के जैसी ही है। हालांकि अभी तक किसी भी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
एनडीएफबी यानी नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (सोंगबीजित) असम और नार्थ ईस्ट में मौजूद सबसे बड़ा सक्रिय उग्रवादी संगठन है। इस संगठन के 300 से भी ज्यादा कैडर्स असम और आसपास के क्षेत्र में मौजूद हैं।
कुछ माह पहले खबर आई थी कि वर्ष 2014 में असम में हुए ब्लास्ट्स से पहले इस संगठन को सबसे मजबूत संगठन माना जाता था। छह और आतंकी संगठनों ने उस समय सरेंडर कर दिया था। ज्यादातर आतंकी जंगलों में कहीं चले गए थे।