आंध्र प्रदेश में 11 में से 9 प्रोजेक्ट शुरू हुए, चंद्रबाबू नायडू के आरोप झूठे: जीवीएल नरसिम्हा
नरसिम्हा ने सवाल उठाया कि चंद्रबाबू नायडू आखिर चार साल से क्यों चुप्पी साधकर बैठे हुए थे
नई दिल्ली। भाजपा ने पहले केंद्र सरकार और फिर एनडीए से टीडीपी के अलग होने पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी नेता जेवीएल नरसिम्हा ने कहा है कि आंध्र प्रदेश के विकास के लिए केंद्र सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि चंद्रबाबू नायडू के आरोप पूरी तरह निराधार और झूठे है। जेवीएल नरसिम्हा ने कहा कि आंध्र प्रदेश में 11 में से 9 प्रोजेक्ट शुरू हुए, राज्य को दी गई मदद में 1 लाख 26 हज़ार करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है। ऐसे में राज्य की अनदेखी का सवाल ही नहीं उठता है। उधर आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्र बाबू नायडु ने कहा है कि राज्य के अवैज्ञानिक तरीके से विभाजन ने हमें 10 साल पीछे धकेला है।
बीजेपी नेता जेवीएल ने टीडीपी के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि केंद्र सरकार आंध्र प्रदेश के हितों का ध्यान रखती है, राज्य में 9 शिक्षण संस्थानों ने काम करना शुरू कर दिया है। थोड़े दिनों पहले जेवीएल नरसिम्हा ने कहा था कि टीडीपी को आंध्र प्रदेश में अहसास हो रहा है कि उसके लिए राह मुश्किल भरी हो रही है। वे 2019 में अपनी हार देख रहे हैं। इसी कारण वे ऐसे हथकंडे अपना रहे हैं। इस हथकंडे के बहाने वे अपनी खोई हुई राजनीतिक जमीन को वापस पाना चाह रहे हैं।
चंद्रबाबू नायडू आखिर चार साल से क्यों चुप्पी साधकर बैठे हुए थे?
नरसिम्हा ने सवाल उठाया कि चंद्रबाबू नायडू आखिर चार साल से क्यों चुप्पी साधकर बैठे हुए थे। आंध्र प्रदेश की सरकार और टीडीपी को उनके खिलाफ आमलोगों की नाराजगी का आभास हो रहा है। उन्होंने कहा कि टीडीपी के एनडीए से अगल होने को बीजेपी एक अवसर के रूप में देख रही है और हम आंध्र प्रदेश में एक प्रभावी राजनीतिक शक्ति के रूप में उभरेंगे।
अमित शाह ने लिखी थी चिट्ठी
आपको बता दें कि बीजेपी चीफ अमित शाह ने टीडीपी चीफ और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस फैसले को राजनीति से प्रेरित और एकतरफा करार दिया था। शाह ने अपनी चिट्ठी में लिखा कि आंध्र प्रदेश प्रदेश के बंटवारे से लेकर आजतक भाजपा ने हमेशा राज्य के लोगों की आवाज को उठाया है और लोगों के हितों के लिए काम किया है। हम लगातार तेलगु लोग और तेलगु राज्य के हित के बारे में सोचते हैं।
बीजेपी से राज्यसभा चुनाव की हार का बदला कर्नाटक में लेने की तैयारी कर रही हैं मायावती