जम्मू-कश्मीर में क्या बड़ा होने वाला है, स्वामी रामदेव बताया
नई दिल्ली- योग गुरु स्वामी रामदेव ने जम्मू-कश्मीर की हालात को लेकर जारी असमंजस पर बहुत बड़ा दावा किया है। रामदेव का कहना है कि जिसका लोग आजादी के वक्त से इंतजार कर रहे थे वही होने वाला है। इस दौरान उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह की भी बहुत सराहना की है। इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री ने रविवार को एक बड़ी बैठक भी की है और माना जा रहा है कि ये बठक जम्मू-कश्मीर में जारी हालात को लेकर ही की गई है।
'जिसका इंतजार था, वही होने वाला है'
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रविवार को योग गुरु स्वामी रामदेव ने देहरादून में कहा कि आजादी के बाद से देश के लोगों को जिसका इंतजार था, जम्मू-कश्मीर में वही होने वाला है। दरअसल, रामदेव ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा को लेकर जारी मौजूदा परिस्थितियों पर अपनी यह प्रतिक्रिया दी है। हालांकि, उन्होंने सिर्फ अपनी ओर से संकेत देने की ही कोशिश की है, लेकिन बड़े ऐक्शन का ब्यौरा नहीं बताया है। इस दौरान उन्होंने जम्मू-कश्मीर में लागू संविधान की खास धारा-370 को लेकर खुलकर बात की है। रामदेव ने कहा है कि वे धारा-370 को हटाए जाने का हमेशा समर्थन करेंगे। गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर की मौजूदा परिस्थितियों को लेकर संविधान की धारा-370 और 35ए को हटाए जाने की भी अटकलें चल रही हैं, लेकिन आधिकारिक रूप से ऐसे कोई संकेत नहीं मिल रहे हैं।
तिरंगे का अपमान करने वालों की अब खैर नहीं- रामदेव
रामदेव ने जम्मू-कश्मीर को लेकर यह बात भी फिर से दोहराई है कि ये राज्य हमेशा से हमारा था और हमेशा ही हमारा रहेगा। योग गुरु ने कहा कि जो लोग पाकिस्तान से पैसे लेकर अबतक तिरंगे का अपमान करते आए थे, अब वे बचने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा है कि घाटी में दहशत का माहौल बनाने वालों की अब खैर नहीं रहने वाली है। गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी ने इसबार 15 अगस्त के मद्देनजर प्रदेश में बहुत बड़ा कार्यक्रम तय किया है। इस दिन राज्य के सभी पंचायतों और गांवों में तिरंगा फहराने की योजना है और इसके लिए काफी तैयारी की जा रही है।
गृहमंत्री ने की है बड़ी बैठक
इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की है। माना जा रहा है कि ये बैठक जम्मू-कश्मीर के मौजूदा हालातों को लेकर ही हुई है। इस बैठक में सुरक्षा से जुड़े देश के तमाम बड़े अधिकारी मौजूद थे। इन धिकारियों में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल, केंद्रीय गृह सचिव राजीव गौबा भी शामिल थे। गौरतलब है कि शुक्रवार को जब से राज्य सरकार ने अमरनाथ यात्रियों और सैलानियों से जल्द से जल्द कश्मीर घाटी छोड़ने की एडवाइजरी जारी की है, वहां को लेकर तरह-तरह की बातें कही जा रही हैं और राज्य के सियासी दल इसको लेकर परेशान हो रहे हैं। जबकि, सरकार की ओर से लोगों को बार-बार समझाया जा रहा है कि किसी को घबराने की जरूरत नहीं है, सिर्फ एहतियाती कदम के तहत ए़डवाइजरी जारी की गई है, क्योंकि पाकिस्तान कुछ नापाक साजिशों में जुटा हुआ है।
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