भोपाल: दो प्रोफेसरों के खिलाफ माखनलाल यूनिवर्सिटी में छात्रों का विरोध प्रदर्शन, हटाने की मांग
नई दिल्ली। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विवि के छात्रों ने 2 विजिटिंग प्रफेसरों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों का आरोप है कि प्रोफेसरों ने छात्रों के बीत में जातिगत भेदभाव फैलाया है। शुक्रवार को भी छात्रों ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान मौके पर पहुंची पुलिस और छात्रों के बीच तीखी नोंकझोंक हुई। छात्रों का आरोप है कि विवि के एडजंक्ट फैकल्टी दिलीप मंडल और मुकेश कुमार माहौल खराब कर रहे हैं। ये दोनों प्राध्यापक छात्रों को जातिगत तौर पर बांट रहे हैं।
दर्शनकारी छात्रों की विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग है कि दोनों को तत्काल बाहर किया जाए। नाराज छात्रों ने कुलपति कार्यालय के बाहर तोड़फोड़ भी की है। एडजंक्ट फैकल्टी दिलीप मंडल और मुकेश कुमार को हटाने की मांग कर रहे छात्रों ने कहा कि, हमने कुलपति को ज्ञापन दिया। वे सोशल मीडिया पर और क्लास में छात्रों की जाति के बारे में पूछते हैं। उन छात्रों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं जो उच्च जाति के हैं। हमने उनके निलंबन की मांग की है। कुलपति ने कमेटी बनाई है लेकिन हम उनके संस्पेंशन की मांग करते हैं।'
Protesters: We'd given a memorandum to Vice Chancellor. They ask castes of students on social media&in class& misbehave with those who are of upper castes. It creates caste divide among students. We've demanded their suspension. False statements are being made about our protest. https://t.co/rCkI0dhb05 pic.twitter.com/gVbhCOvWvn
— ANI (@ANI) December 13, 2019
यूनिवर्सिटी के रजिस्टार दीपेंद्र बघेल ने कहा कि, मैंने उनकी मांग स्वीकार कर ली है कि वे भी समिति का हिस्सा होंगे। जांच पूरी होने तक दिलीप मंडल और मुकेश कुमार विश्वविद्यालय में प्रवेश नहीं करेंगे। लेकिन वे मांग कर रहे हैं कि वीसी उनके बयान पर माफी मांगें। वहीं विवि में हो रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर छात्र कुलपति के चेंबर के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। रजिस्ट्रार ने उनसे उनकी शिकायतों के बारे में भी बात की। वे दोनों प्रोफेसरों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई चाहते हैं। एक समिति बनाई गई है। कमेटी 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट देगी।
इस मामले में दिलीप मंडल ने कहा कि विवि में क्या विरोध हुआ, यह बात उनके संज्ञान में नहीं है। मुकेश कुमार ने छात्रों द्वारा लगाए गए आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि यह दुराग्रह, पूर्वाग्रह व राजनीति से प्रेरित है। चीजों को तोड़ा मरोड़ा जा रहा है, ताकि विवि में अनिश्चितताओं का माहौल बने।
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