गुजरात के जिस वडनगर स्टेशन पर मोदी ने चाय बेची, वहां अब इस मकसद से पहुंचेंगे टूरिस्ट
नई दिल्ली- बचपन के दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस चाय के स्टॉल पर चाय बेचते थे, जल्द ही उसे एक नई पहचान मिलने वाली है। दरअसल, गुजरात के वडनगर रेलवे स्टेशन स्थित उस टी स्टॉल को एक टूरिस्ट स्पॉट के रूप में विकसित करने की काम शुरू हो गया है। केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री प्रह्लाद पटेल ने हाल ही वडनगर रेलवे स्टेशन जाकर इसके लिए खास निर्देश भी दिए हैं। टी स्टॉल के अलावा पीएम मोदी के गृहनगर से संबंधित और भी ऐतिहासिक स्थलों को विकसित करने का काम शुरू कर दिया गया है, इसमें सोलंकी शासकों से जुड़े ऐतिहासक जगह भी शामिल हैं।
टी स्टॉल से टूरिस्ट स्पॉट तक
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अपने गृहनगर वडनगर रेलवे स्टेशन के जिस टी स्टॉल पर पीएम मोदी बचपन के दिनों में अपने पिता के साथ चाय बेचते थे, उसे पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित करने का काम शुरू हो गया है। जानकारी के मुताबिक सरकार चाहती है कि वडनगर के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर स्थित उस टी स्टॉल को ऐसे संरक्षित किया जाय, ताकि उसके मूल स्वरूप में कोई बदलाव न हो और वह दिखने में बिल्कुल वैसा ही रहे जैसा कि अभी है। इससे यहां आने वाले पर्यटक यह अंदाजा लगा सकेंगे कि जिस दौर में पीएम मोदी का यहां बचपन बीता,उन्होंने चाय बेची, ये स्टॉल किस हाल में रहा होगा। यही वजह है कि केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री प्रह्लाद पटेल ने इस टी स्टॉल को शीशे से कवर करने को कहा है, ताकि इसकी मौजूदा स्थिति जस की तस बनी रहे।
बदल चुका है वडनगर रेलवे स्टेशन
गौरतलब है कि वडनगर रेलवे स्टेशन को रिनोवेट का काम पहले ही पूरा हो चुका है। 2017 में तत्कालीन केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री ने इस टी स्टॉल को भी टूरिस्ट स्पॉट के रूप में विकसित करने का ऐलान किया था और तभी से इसे टूरिज्म के नक्शे पर लाने की योजना थी। पिछले दो वर्षों में वडनगर रेलवे स्टेशन का तो पूरा रूप-रंग बदला जा चुका है, लेकिन पीएम मोदी की यादों से जुड़ा यह टी स्टॉल आज भी वैसे ही है, जिसपर अब काम शुरू हो रहा है। इस सिलसिले में मंत्री प्रह्लाद पटेल के अलावा संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय के अधिकारियों ने भी रविवार को स्टेशन का दौरा किया था।
वडनगर के ऐतिहासिक स्थलों का विकास
इसके अलावा पिछले रविवार को प्रह्लाद पटेल ने वडनगर से जुड़े कुछ और ऐतिहासिक स्थलों का दौरा किया था और उनके विकास के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। पटेल ने जिन जगहों का दौरान किया उनमें सोलंकी शासकों के ऐतिहासिक कीर्ति स्तंभ भी शामिल हैं।
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अंबाघाट की सुंदरता बढ़ाने की भी कोशिश
इसके अलावा पर्यटन मंत्री अंबाघाट स्थित विशाल तालाब पर भी पहुंचे थे और वहां अधिकारियों को उसके सुधार और समृद्धि के लिए जरूरी निर्देश दिए थे। बता दें कि अहमदाबाद मंडल के रेल प्रबंधक पहले ही कह चुके हैं कि वडनगर और उससे लगे इलाकों के विकास की परियोजना 100 करोड़ रुपये से अधिक की होगी।
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