शशि थरुर ने भी माना कांग्रेस हो गई कंगाल, फंड जुटाने के लिए दिया ये नुस्खा
नई दिल्ली। पैसे की कमी झेल रही कांग्रेस पार्टी अपनी हालत सुधारने की हर संभव कोशिश कर रही है। पार्टी ने फंड जुटाने के लिए आम आदमी पार्टी का फॉर्मूला अपनाया है। पार्टी ने लोगों से चंदा देने की अपील की है। 5 महीने से संगठन ने कई राज्यों की यूनिट को दफ्तर का खर्च चलाने तक के लिए फंड नहीं मिला है। 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी के सामने आए इस संकट पर शशि थरूर ने शुक्रवार को कहा कि इस बात में कोई शक नहीं कि बीजेपी को सबसे ज्यादा फंड मिल रहे हैं क्योंकि जो पार्टी सत्ता में होती है पैसे उनको ही जाता है। इसका नतीजा है कि बहुत सारी विपक्षी पार्टियां संकट झेल रही हैं खासकर कांग्रेस।
कर्नाटक में कांग्रेस के अधिकतर उम्मीदवार खुद के पैसों से लड़े
शशि थरुर ने कहा कि, 'कर्नाटक में हमारे ज्यादातर उम्मीदवारों ने अपने खर्च पर चुनाव लड़ा। एक मामले में हमने जनता से चंदा जुटाने का प्रयास किया, जो कामयाब रहा। हो सकता है इसे आम चुनाव में भी इस्तेमाल किया जाए। केरल में भी हम यात्राएं कर फंड जुटाने में सफल हुए। इसी से देश में फिर हमारी वापसी होगी।' शशि थरुर ने कहा कि हम जनता से चंदा जुटाएंगे और इसी से फिर कांग्रेस की वापसी होगी। दूसरी ओर, थरूर की सलाह पर कांग्रेस ने ट्विटर पर चंदे के लिए एक फॉर्म की लिंक भी शेयर किया है। पार्टी ने ट्विटर पर लिखा कि कांग्रेस को आपके समर्थन और मदद की ज़रूरत है। छोटी सी मदद कर लोकतंत्र को कायम रखने में हमारी मदद करें।
कांग्रेस की कमाई में 14 फीसदी गिरावट आई
चुनाव आयोग को दी गई रिपोर्ट के मुताबिक भाजपा की कमाई पिछले 1 साल के दौरान 81 फीसदी बढ़ी है तो वहीं कांग्रेस की कमाई में 14 फीसदी गिरावट आई है। बीजेपी की कमाई इसलिए बढ़ी है क्योंकि देश के कई राज्यों में उसकी सरकार है जबकि कांग्रेस की कमाई में गिरावट का मुख्य कारण ये ही है कि देश के बहुत सारे राज्यों में अब उसकी सरकार नहीं है। बीजेपी लगातार जीत रही है और कांग्रेस के पास जो भी है, उसे वो गंवा रही है, जिसकी वजह से कांग्रेस की माली हालत पतली हो गई है।
क्राउड फंडिग से ही काम चला रही है कांग्रेस
साल 2014 में बीजेपी से करारी शिकस्त पाने वाली कांग्रेस को अब औद्योगिक घरानों से चंदे मिलने काफी कम हो गए हैं, रही सही कसर नोटबंदी ने पूरी कर दी है, जिसके बाद कांग्रेस के पास कैश का संकट है और इसी वजह से कांग्रेस लगातार क्राउड फंडिग से ही काम चला रही है।
एक
नजर
बीजेपी
और
कांग्रेस
की
कमाई
पर
- एडीआर रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी की कमाई में 463.41 करोड़ रुपये बढ़ोत्तरी।
- वित्त वर्ष 2016-17 में बीजेपी की कमाई 1,034.27 करोड़ रुपये हो गई है।
- कांग्रेस की कमाई में पिछले साल के मुकाबले 36.20 करोड़ रुपये की गिरावट हुई है।
- बीजेपी को लगभग 1000 करोड़ रुपये का चंदा मिला है वहीं कांग्रेस को इस दौरान महज लगभग 50 करोड़ रुपये बतौर चंदा मिला है।
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