कश्मीर में नहीं घुस पाएं पाकिस्तानी आतंकी, 20 रूटों पर लगाई गई मल्टी लेयर सिक्योरिटी
नई दिल्ली। सुरक्षा एजेंसियों ने पाकिस्तान द्वारा जम्मू कश्मीर में हथियारबंद आतंकवादियों की घुसपैठ कराने की किसी भी कोशिश को नाकाम करने के लिए भारत ने इंटरनेशनल बॉर्डर पर उनके 20 से अधिक रूट्स की पहचान की है। सुरक्षाबलों ने इन सभी मार्गों पर बहुस्तरीय सुरक्षा इंतजाम किए हैं। खुफिया इनपुट्स के अनुसार, पिछले दो महीने में नियंत्रण रेखा से कश्मीर घाटी में 60 से अधिक सशस्त्र आतंकवादियों ने तथा नियंत्रण रेखा से पीर पंजाल क्षेत्र के दक्षिण में 20 से अधिक आतंकवादियों ने घुसपैठ की है।
सीमा सुरक्षा के अधिकारियों ने बताया कि 20 से अधिक घुसपैठ मार्गों की पहचान की गयी है। आतंकवादियों के प्रवेश को रोकने के लिए सुरक्षा तंत्र मजबूत किया गया है। उन्होंने बताया कि सीमा पर बाड़बंदी की घुसपैठ अवरोधक व्यवस्था के साथ साथ दो से तीन स्तर की सुरक्षा इंतजाम किया गया है। उन्होंने बताया कि नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सेना और बीएसएफ की सुरक्षा के पहले स्तर के अलावा, ग्राम रक्षा समितियां और पुलिस को भी सक्रिय किया गया है। सीमा से सटे अंदरूनी क्षेत्रों में भी गश्ती की जा रही है।
उन्होंने बताया कि सीमावर्ती क्षेत्रों में ग्राम रक्षा समितियों को सक्रिय करने के अलावा वहां संदिग्ध हरकतों पर नजर रखने के लिए सभी थानों एवं पुलिस चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने गुरुवार को सेना और बीएसएफ के अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान सुरक्षाबलों को पाकिस्तानी सीमा पर घुसपैठ रोधी तंत्र को हाईअलर्ट पर रखने का निर्देश दिया था।
घुसपैठ अवरोधक तंत्र से मिली सूचनाओं के मुताबिक 60 से अधिक आतंकवादी यशमार्ग के जरिये राज्य के दक्षिण हिस्सों में पहुंचने के लिए (उत्तरी कश्मीर में) गुलमर्ग, बांदीपुरा और बारामूला के बोनियार की ऊंची जगहों के जरिए घाटी में घुसे हैं। बता दें कि इससे पहले भी पाकिस्तान से कबायली छापामारों ने घुसपैठ के लिए यही मार्ग अपनाया था।
सूत्रों ने बताया कि इस बार आतंकवादी बांदीपुरा-गंगबल-चातेरगुल मार्ग का भी इस्तेमाल कर रहे हैं जो सालों से निष्क्रिय थे। अधिकारियों ने बताया कि बीएसएफ अंतरराष्ट्रीय सीमा पर नदी वलो क्षेत्रों में गश्ती कर रहा है और उसने पाकिस्तान से भारत में घुसपैठ के आतंकवादियों के मंसूबे को विफल करने के लिए चेनाब नदी में पानी गश्ती दल भी तैनात किया है।
कश्मीर घाटी में 3 अक्टूबर से खुल जाएंगे सभी स्कूल, दिए गए ये खास निर्देश