हरियाणा के 26 वर्षीय दुष्यंत चौटाला बने सबसे युवा सांसद
दुष्यंत पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल की चौथी पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करते हैं। चुनाव से ठीक पहले कुलदीप बिश्रोई ने चौटाला परिवार को चुनौती दी थी की यदि वे हिसार से चुनाव हार जाते हैं तो वे राजनीति छोड़ देंगे वहीं यदि चौटाला परिवार का प्रत्याशी हारता है तो वे राजनीति छोड़ दें। हार के बाद अब देखना यह है कि पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल के पुत्र कुलदीप बिश्राई राजनीति छोड़ते हैं या नहीं।
महज 26 साल की उम्र में बने सांसद
13 अप्रैल 1988 को हिसार में जन्मे दुष्यंत चौटाला इनेलो प्रमुख चौ. ओमप्रकाश चौटाला के पौत्र व विधायक डॉ. अजय सिंह चौटाला के पुत्र हैं। उन्होंने 25 साल 11 महीने की उम्र में लोकसभा के लिए नामांकन पत्र भरा और वे 26 साल एक महीने की उम्र में देश की सबसे बड़ी पंचायत के सदस्य चुन लिए गए।
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सांसद का चुनाव 25 साल से ज्यादा उम्र का व्यक्ति ही लड़ सकता है। इससे पहले स्व. पीएस सैयद के बेटे अहमद हमदुल्ला सैयद 27 साल एक महीने की उम्र में सांसद चुने गए थे। वे 2009 में लक्षदीप से कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर सांसद बने थे।
इसी तरह पश्चिम बंगाल के मालदा से 27 वर्षीय मौसम नूर कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर और पूर्व स्पीकर पीए संगमा की बेटी आगाथा संगमा एनसीपी प्रत्याशी के तौर पर मेघालय से व 28 वर्षीय नीलेश राणो रगिरी महाराष्ट्र से कांग्रेस की ओर से युवा सांसद चुने गए थे। 29 वर्षीय सारिका सिंह हाथरस (यूपी) से राष्ट्रीय लोकदल की ओर से और संजय व मेनका गांधी के बेटे वरुण गांधी 29 वर्ष की उम्र में पीलीभीत से भाजपा के प्रत्याशी के तौर पर चुने गए युवा सांसद रहे हैं।