राकेश टिकैत बोले- अब 200 किसान संसद के पास विरोध प्रदर्शन करेंगे, हम UN नहीं जा रहे
सोनीपत। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता व किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि, कृषि कानूनों को रद्द करवाने के लिए विरोध-प्रदर्शन जारी रहेगा। टिकैत ने कहा कि, अब 200 लोग 22 जुलाई से संसद के पास धरना देंगे। और, यदि केंद्र सरकार वाकई कृषि कानूनों पर बात करना चाहती है तो बातचीत के लिए हम तैयार हैं। हमारी मांगें मानी जाएं।
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'5 महीनों से कोई बातचीत नहीं हुई'
टिकैत ने कहा कि, पिछले 5 महीनों से केंद्र सरकार के साथ हमारी कोई बातचीत नहीं हुई है। अब हम चाहते हैं कि, संसद के आगामी सत्र में किसानों का मुद्दा उठाया जाना चाहिए। हालांकि किसानों का संसद का घेराव करने का कोई इरादा नहीं है। हमारे लोग पास में जाकर प्रदर्शन करेंगे। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मिले आमंत्रण के बावजूद किसान नेता राकेश टिकैत ने शनिवार को कहा था कि, विवादित कृषि कानूनों पर अगले दौर की बातचीत सितंबर में ही हो पाएगी, चूंकि सरकार नहीं चाहती।
'हमने यह नहीं कहा कि यूएन जाएंगे'
नए कृषि बिलों का मुद्दा संयुक्त राष्ट्र में उठाने के सवाल पर टिकैत ने कहा कि, ''हमने यह नहीं कहा था कि हम संयुक्त राष्ट्र में कृषि बिलों का मुद्दा उठाएंगे। हमने 26 जनवरी की घटना पर एक प्रश्न का उत्तर दिया था कि, क्या यहां ऐसी कोई एजेंसी है जो निष्पक्ष जांच कर सकती है? नहीं तो क्या हम इस मामले को संयुक्त राष्ट्र में ले जाएं?''
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तब टिकैत ने नहीं की बालियान से बात
इससे कुछ दिनों पहले एक पैनल में शामिल हुए भाजपा नेता संजीव बालियान से टिकैत ने बातचीत करने से मना कर दिया था। इस दौरान बालियान ने कहा कि, किसानों से पहले भी बिना शर्त के बात हुई है और किसी भी बातचीत के लिए समावेशी माहौल होना चाहिए। उसके बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने फिर से चर्चा शुरू करने का आग्रह किया, तो टिकैत ने कहा कि, इसे शुरू किया जाना चाहिए।