राजस्थान: सीएम अशोक गहलोत के भाई के ठिकानों पर ED की छापेमारी, उर्वरक घोटाले से जुड़ा कनेक्शन
नई दिल्ली। राजस्थान में जारी सियासी घमासान के बीच मख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं। बुधवार को कथित उर्वरक घोटाले में प्रवर्तन निदेशाल (ईडी) ने अग्रसेन गहलोत के कई ठिकानों पर छापेमारी की है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस मामले में ईडी देशभर में छापेमारी कर रही है। बता दें कि साल 2017 में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सीएम अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत पर आरोप लगाया था कि उन्होंने साल 2007 में कांग्रेस साशन के दौरान सब्सिडाइज्ड फर्टिलाइजर यानी उर्वरक का निर्यात किया था।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय ने जोधपुर में अनुपम कृषि नामक कंपनी में छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया है, इस कंपनी का मालिकाना हक राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत के पास है। इस मामले में कस्टम डिपार्टमेंट ने मुकदमा चलाया है और कंपनी पर 7 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया। बता दें कि उर्वरक का निर्यात प्रतिबंधित है। क्लोराइड पोटाश को भारत में इंडियन पोटाश लिमिटेड आयातित करती है उसके बाद इसे सब्सिडाइज रेट पर देशभर में किसानों को बेचा जाता है।
Rajasthan: Enforcement Directorate is conducting raid at a company named Anupam Krishi in Jodhpur, it is owned by Agrasen Gehlot, brother of Rajasthan CM Ashok Gehlot.
Customs Department has prosecuted and levied a penalty of Rs 7 crores on the company. pic.twitter.com/Kn03tiBj53
— ANI (@ANI) July 22, 2020
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अग्रसेन गहलोत पर आरोप है कि उन्होंने इंडियन पोटाश लिमिटेड के ऑथराइज्ड डीलर के तौर पर साल 2007 से 2009 के बीच क्लोराइड पोटाश को सब्सिडाइज रेट पर खरीदा और इसे किसानों में बांटने के बजाए कुछ कंपनियों को बेच दिया। उन कंपनियों ने इस क्लोराइड पोटाश को इंडस्ट्रियल सॉल्ट का नाम देकर मलेशिया और सिंगापुर को निर्यात कर दिया। इस मामले का खुलासा साल 2012 और 2013 में राजस्व खुफिया निदेशालय ने किया था। बता दें कि इससे पहले भी सीएम अशोक गहलोत के कई करीबियों पर ईडी ने एक्शन लिया है, इसके पहले सीएम के करीबियों के आवास पर आईटी विभाग ने 13 जुलाई को छापेमारी की थी।
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