हार के बाद RJD में घमासान, तेजस्वी और तेजप्रताप को लेकर लालू के खास नेता ने ही उठाए सवाल
पटना। लोकसभा चुनाव 2019 में इस बार राष्ट्रीय लोक दल का खाता भी नहीं खुला, पार्टी पहले से ही बुरे दौर से गुजर रही थी ऊपर से चुनावी हार ने उसके दर्द में चौतरफा इजाफा कर दिया है, पार्टी चीफ लालू यादव जेल में हैं और पार्टी के अंदर कलह मची हुई है, पार्टी नेताओं ने हार का सारा ठीकरा तेजस्वी यादव के सिर फोड़ा है तो वहीं पार्टी के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने चुनावी पराजय को लेकर बड़ा बयान दिया है, उन्होंने कहा कि पार्टी के हारने की वजह लालू के दोनों बेटे तेज और तेजस्वी के बीच का झगड़ा है।
हार के बाद RJD में घमासान
रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि लालू प्रसाद के छोटे बेटे तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav)और बड़े बेटे तेज प्रताप (Tej Pratap Yadav) यादव के बीच के विवाद के कारण पार्टी को नुकसान हुआ है। दो लोकसभा सीट में उम्मीदवार खड़ा करने वाले तेजप्रताप के विरुद्ध पार्टी को कार्रवाई करनी चाहिए। आपको बता दें कि रघुवंश प्रसाद सिंह को लालू का खासम खास माना जाता है, ऐसे में उनकी ओर से सवाल उठना बहुत बड़ी बात है।
यह पढ़ें:Lok Sabha Election results 2019: 542 सांसदों की पूरी List, जानिए किसने कहां से बाजी मारी
तेज प्रताप ने भाई के लेकर दिया बड़ा बयान
पार्टी में अभी हाहाकार मचा हुआ है, इसी बीच तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के नेता प्रतिपक्ष के पद से इस्तीफे मांग भी उठ रही है, वहीं इस मसले पर तेज प्रताप (Tej Pratap Yadav) यादव ने अपने भाई तेजस्वी यादव का समर्थन किया है, तेज प्रताप ने मंगलवार को पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि अगर उन्हें उनके छोटे भाई का नेतृत्व पसंद नहीं है तो वे पार्टी छोड़ दें, मैं अपने छोटे भाई के साथ हूं जैसे कृष्ण अपने भाई के साथ थे और हमेशा उसके साथ खड़ा रहूंगा।
राजद का खाता तक नहीं खुला
बता दें कि लोकसभा चुनाव में बिहार की 40 सीटों में से राजद नीत महागठबंधन में शामिल कांग्रेस को एक सीट मिली, जबकि राजद का खाता तक नहीं खुला। इस लोकसभा चुनाव में राजद न सिर्फ सबसे कम सीट पर लड़ा, बल्कि सभी सीटों पर हार गया। साथ ही, उसे मिले वोट प्रतिशत को देखें, तो अब तक का यह सबसे कम रहा। पार्टी ने इस बार मात्र 19 सीटों पर उम्मीदवार दिए, उसे सिर्फ 15.36 प्रतिशत वोट मिले और सीटें तो एक भी नहीं जीत पाई।
यह पढ़ें: ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रद्द की अपनी सभाएं तो लगने लगे कयास