पुणे: इस सैलून में 4 लाख के सोने के उस्तरे से होती हैं सेविंग, खर्च करने होंगे सिर्फ 100 रुपए
नई दिल्ली। पुणे के एक सैलून ने लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए अनोखा तरीका खोज निकाला है। आपने आज तक सोने की बने गहने के बारे में सुना होगा, लेकिन क्या आपने कभी देखा है कि किसी सैलून में लोगों की सेविंग सोने के बने उस्तरे से की जाती हो। पुणे के रहने वाले एक शख्स का कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण इनका धंधा चौपट हो गया था। ऐसे में ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए वह सोने के उस्तरे से लोगों की शेविंग कर रहे हैं।
लॉकडाउन में मंदा हुआ धंधा
पुणे से सटे देहूगांव में सैलून चलाने वाले अविनाश बोरूंदिया का सैलून कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण कई महीनों तक बंद रहे। लेकिन जब लॉकडाउन धीरे-धीरे खत्म हुआ तो भी ग्राहक उनकी दुकान पर नहीं आ रहे थे। इससे परेशान इन रुबाब पार्लर के मालिक अविनाश बोरुंदिया ने एक ऐसा तरीका खोजा जिससे उनकी दुकान चल पड़ी। उन्होंने लोगों की सेविंग के लिए सोने के उस्तरे बनवाए।
निकाला ये आइडिया
अपने नए आइडिया को मूर्त रूप देने के लिए अविनाश को बहुत पापड़ बेलने पड़े। पहले उन्हें सोना का उस्तरा बनाने वाला कोई सुनार नहीं मिला। वे एक के बाद एक सुनार के पास अभी डिमांड लेकर पहुंचे। लेकिन निराशा ही हाथ लगी। इसके बाद अविनाश को पिंपरी इलाके में एक सुनार मिल गया जो 18 कैरेट सोने का उस्तरा बना कर देने के लिए तैयार हो गया अविनाश बोरुंदिया ने बताया कि इस रेजर बनाने के लिए 8 तोला 18 कैरेट सोना इस्तेमाल किया गया है। इसमें कुल 4 लाख खर्च आया है।
भाजपा विधायक ने सैलून का किया उद्घाटन
अविनाश ने लॉकडाउन के बाद एक बार फिर से अपने सैलून को रीलॉन्च किया। भाजपा विधायक गोपीचंद पडवलकर ने उनके सैलून का उद्घाटन किया। सोने का उस्तरा सैलून में आने के बाद से यहां शेविंग के लिए आने वाले कस्टमर्स की संख्या काफी बढ़ गई है। अगर आप यहां दाढ़ी बनवाते हैं, तो इसके लिए आपको सिर्फ 100 रुपये देने होंगे। अविनाश बोरूदिया के सैलून में ग्राहकों की भीड़ को संभालना मुश्किल हो गया। इसके बाद अविनाश को दाढ़ी बनाने के लिए दो सहयोगी ढूंढने पड़े।
दुकान पर हो रही अच्छी खासी भीड़
अविनाश ने सोने के उस्तरे की हिफाजत के लिए सैलून में खास लॉकर का भी इंतजाम किया है। सोने के उस्तरे से शेविंग की डिमांड बढ़ती देख अविनाश ने आने वाले दिनों में तीन और सोने के उस्तरे बनवाने का फैसला किया है। इसके अलावा अविनाश सोने की कैंची बनवाने का मन बना रहे हैं। अविनाश का कहना है कि, सोने के उस्तरे से दाढ़ी बनाने के पीछे उनका मकसद है कि वो लोग भी गोल्ड के उस्तरे का आनंद महसूस करें।
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