बेकार नहीं जाएगा जवानों का बलिदान, पूरा देश उनके परिवार के साथ- राजनाथ सिंह
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नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में रविवार को सुबर आतंकियों ने जिस तरह से सीआरपीएफ के ट्रेनिंग कैंप पर हमला किया और उसमे पांच सुरक्षाकर्मी शहीद हुए उसके बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जवानों का बलिदान खाली नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि यह बेहद ही कायराना हकद है, हमें अपने बहादुर जवानों पर गर्व है, हम उनके बलिदान को खाली नहीं जाने देंगे, पूरा देश जवानों के परिवार के साथ है। पुलवामा में सीआरपीएफ के ट्रेनिंग कैंप पर हमले के दौरान पांच जवानों की मौत हो गई थी, वहीं सेना ने दो आतंकियों को जवाबी कार्रवाई में मार गिराया था। इस हमले के बाद सुरक्षा बल जवानों ने सर्च ऑपरेशन रविवार को रोक दिया था, लेकिन एक बार फिर से सर्च ऑपरेशन को शुरू कर दिया गया है। तमाम इमारतों की सुरक्षा बल के जवान तलाशी ले रहे हैं।
गौरतलब है कि पुलवामा जिले के लेथपोरा में सीआरपीएफ के कैम्प पर आतंकियों ने रविवार की शाम फिदायीन हमला किया था, यह हमला 185वीं बटालियन के कैम्प पर किया गया था। जानकारी के अनुसार 2-3 आतंकी कैम्प के भीतर घुस आए थे। पहले आतंकियों ने हथगोला फेंका और इसके बाद फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद बिल्डिंग को खाली करा लिया गया और सभी लोगों को बिल्डिंग से सुरक्षित बाहर निकाला गया। आतंकियों ने ब्लॉक नंबर 3 को अपना टारगेट बनाया है। चार मंजिला इस इमारत में 3 ब्लॉक हैं। बिल्डिंग का पहला ब्लॉक अधिकारियों के आवासीय परिसर के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। जबकि दूसरे ब्लॉक में मेन ऑफिस के साथ क्षेत्राधिकारी कार्यालय भी है। आतंकियों ने ब्लॉक नंबर 3 को अपना टारगेट बनाया है।
आपको बता दें कि सीआरपीएफ कैंप पर हमला करने वाले दो आतंकियों की पहचान हो गई है। ये दोनों जम्मू-कश्मीर के ही रहने वाले थे। इनमें से एक जम्मू-कश्मीर पुलिस में तैनात पुलिस अफसर का 17 साल का बेटा है। एक का नाम मंजूर अहमद बाबा जबकि दूसरे का नाम फरदीन अहमद खांडे है। बाबा पुलवामा का ही रहने वाला था जबकि खांडे बुरहान वानी के इलाके त्राल का था। खांडे के पिता गुलाम मोहम्मद खांडे जम्मू-कश्मीर पुलिस में ही अफसर हैं। फरदीन महज 17 साल का था और 10th क्लास में पढ़ता था। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी ली है। जैश के प्रवक्ता हसन शाह ने कहा कि 3 फिदायीनों ने नूर त्राली और तलह रशीद की हत्या का बदला लेने के लिए सीआरपीएफ कैंप पर हमला किया।हमले के बाद पुलवामा जिले में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई है।
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