पुडुचेरी का विकास रोक रहीं थी किरण बेदी, आखिरकार जनता की जीत हुई- सीएम नारायणसामी
नई दिल्ली। पुडुचेरी की कांग्रेस सरकार और उपराज्यपाल किरण बेदी में पिछले काफी समय से चल रहे विवाद के बीच राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंगलवार को किरण बेदी को उनके पद से हटा दिया। किरण बेदी के स्थान पर तेलंगाना के राज्यपाल तमिलसाई सुंदरराजन को पुडुचेरी के उपराज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। उपराज्यपाल पद से किरण बेदी को हटाए जाने के बाद पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने कहा कि यह राज्य की जनता की जीत है। सीएम नारायणसामी ने आरोप लगाया कि किरण बेदी पुडुचेरी में एक समानांतर सरकार चला रहीं थी।

मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने कहा, 'हमारे दबाव के चलते भारत सरकार ने किरण बेदी को पुडुचेरी के उपराज्यपाल पद से हटा दिया। यह पुडुचेरी की जनता की एक बड़ी जीत है। किरण बेदी ने राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को रोककर पुडुचेरी के विकास में बाधा डाली। हम पिछले साढ़े चार साल से किरण बेदी को हटाने की मांग कर रहे थे और इसके लिए हमने केंद्र सरकार से एक लंबी लड़ाई लड़ी। इस मुद्दे को हमने ना केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के सामने उठाया, बल्कि जनता के बीच भी गए। किरण बेदी को हटाए जाने की मांग को लेकर हम लोगों ने कई आंदोलन किए।'
किरण बेदी ने चुनी हुई सरकार को नजरअंदाज किया- नारायणसामी
नारायणसामी ने आगे कहा, 'आज पुडुचेरी की जनता खुश है, क्योंकि अब तक उनके लिए किए जा रहे विकास कार्यों को रोका जा रहा था। किरण बेदी जनता की चुनी हुई सरकार को नजरअंदाज कर रहीं थी। हर रोज प्रशासनिक कार्यों में उनका हस्तक्षेप बढ़ता ही जा रहा था। देश के इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं सुना गया कि एक उपराज्यपाल राज्य सरकार के अधिकारियों को सीधे निर्देश दें। एक तरह से किरण बेदी पुडुचेरी के अंदर समानांतर सरकार चला रहीं थी, जो पूरी तरह से संविधान के खिलाफ है।'