लोकसभा चुनाव 2019: कल्याण लोकसभा सीट के बारे में जानिए
नई दिल्ली: महाराष्ट्र की कल्याण लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद शिवसेना नेता डॉ श्रीकांत एकनाथ शिंदे हैं। उन्होंने साल 2014 के चुनाव में इस सीट पर एनसीपी के आनंद परांजपे को 250,749 वोटों से हराया था। डॉ श्रीकांत एकनाथ शिंदे को 440, 892 वोट मिले थे तो वहीं आनंद परांजपे को 190, 143 मतों पर संतोष करना पड़ा था। साल 2014 के चुनाव में इस सीट पर नंबर 2 पर NCP, नंबर 3 पर MNS और नंबर 4 पर आप थी। उस साल यहां पर कुल मतदाताओं की संख्या 19,22,046 थी, जिसमें से मात्र 8,24,196 लोगों ने अपने मतों का प्रयोग किया था, जिनमें पुरुषों की संख्या 4,70,781 और महिलाओं की संख्या 3,53,415 थी। महाराष्ट्र के कोंकण डिविजन में स्थित कल्याण का उल्लेख 'पेरिप्लस ऑव द एरिथ्रियन सी' नामक ग्रंथ में मिलता है। प्राचीन काल में कल्याण विदेशी व्यापार का महत्त्वपूर्ण बन्दरगाह रहा है, बहुत सारी ऐतिहासिक बातों को अपने आंचल में समेटे इस संसदीय सीट में 6 विधानसभा सीटें आती हैं।
कल्याण लोकसभा सीट का इतिहास
कल्याण शिवसेना का गढ़ कहा जाता है, कल्याण लोकसभा क्षेत्र पहले ठाणे में था। ठाणे से एक ही सांसद चुना जाता था। ठाणे में शिवसेना को चुनौती देना आसान नहीं था लेकिन परिसीमन ने कल्याण को अलग संसदीय क्षेत्र बना दिया। कल्याण के स्वतंत्र लोकसभा क्षेत्र बनने से काफी बदलाव नजर आया। कल्याण पश्चिम का इलाका अब भिवंडी लोकसभा क्षेत्र में है। यानी कल्याण डोंबिवली महानगर पालिका का क्षेत्र दो लोकसभा क्षेत्रों में विभक्त हो गया है। कल्याण में शिवसेना का दबदबा कायम रहा है लेकिन पश्चिमवाला भाग कांग्रेस की झोली में चला गया, जिसके पीछे कारण रहा वोटों का बंटवारा, जिससे सीधे तौर पर शिवसेना के वोटों पर असर पड़ा है।
कल्याण लोकसभा चुनाव से कभी बीजेपी के राम कापसे चुनाव जीतते थे। वे 1989 से 1996 तक सांसद रहे। बाद में यह सीट शिवसेना के खाते में चली गई। शिवसेना ने प्रकाश परांजपे पर विश्वास जताया। वे 1996 से 2008 तक सांसद रहे। उनके निधन के बाद शिवसेना ने प्रकाश परांजपे के बेटे आनंद परांजपे को चुनाव में उतारा। आनंद ने पिता की विरासत पर कब्जा कर लिया, लेकिन बाद में आनंद एनसीपी के साथ हो गएऔर साल 2009 का चुनाव उन्होंने एनसीपी के ही टिकट पर पर यहां से जीता लेकिन साल 2014 के चुनाव में उन्हें शिवसेना के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी और डॉ श्रीकांत एकनाथ शिंदे यहां के सांसद की कुर्सी पर बैठे।
श्रीकांत एकनाथ शिंदे का लोकसभा में प्रदर्शन
पेशे से डॉक्टर श्रीकांत एकनाथ शिंदे, महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे हैं, राजनीति को विरासत में पाए जाने वाले डॉक्टर श्रीकांत स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के स्थायी समिति के सदस्य भी हैं। दिसंबर 2018 की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 5 सालों के दौरान लोकसभा में इनकी उपस्थिति 83 प्रतिशत रही और इस दौरान इन्होंने 129 डिबेट में हिस्सा लिया है और 819 प्रश्न पूछे हैं।
कल्याण लोकसभा क्षेत्र की सीमा अंबरनाथ से लेकर मुंब्रा तक है, इस लोकसभा सीट में उत्तर भारतीय, सिंधी समाज, मुस्लिम मतदाताओं की भूमिका अहम है, यहां सीधा मुकाबला एनसीपी और शिवसेना का ही रहा है, दोनों ने एक-दूसरे को बराबर की टक्कर दी है, किसी और पार्टी का अस्तित्व यहां है नहीं, फिलहाल जहां शिवसेना के ऊपर दवाब इस सीट को अपने पास बचाकर रखने का है वहीं दूसरी ओर एनसीपी की पूरी कोशिश इस सीट को वापस जीतने की है, देखते हैं शह और मात के इस खेल में बाजी किसके हाथ लगती है।
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