कोविड की बढ़ती स्थिति पर प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार को घेरा, कहा- 'ये ISI से बात कर सकती है, लेकिन...'
कोविड की बढ़ती स्थिति पर प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार को घेरा, कहा- 'ये ISI से बात कर सकती है, लेकिन...'
नई दिल्ली, अप्रैल 21: कोरोना वायरस महामारी का ग्राफ देश में तेजी से बढ़ रहा है। पिछले 24 घंटों के अंदर कोरोना के 2 लाख 95 हजार 41 नए मामले सामने आए है। जबकि 2 हजार 23 मरीजों की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई है। कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों को लेकर कांग्रेस महासचिव व उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। प्रियंका गांधी ने कहा, 'देश में कोरोना की दूसरी लहर के बाद सरकार की प्रतिक्रिया बेहद निराशाजनक रही है।'
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न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यह सरकार आईएसआई से बात कर सकती है। दुबई में इनका वार्तालाप चल रहा है आईएसआई से। लेकिन विपक्ष से बात नहीं कर सकती। उनके सुझावों पर चर्चा नहीं कर सकती। कहा कि सभी राजनीतिक पार्टी कह रही है कि हम साथ है आपके। हम सरकार के साथ है। हम देश के साथ है। कहा कि लोकतंत्र में चर्चा से ही काम आगे बढ़ता है। लोकतंत्र में कभी-कभी आलोचना भी सुननी पड़ती है। प्रियंका गांधी कहा कि कुछ विपक्ष नेता आपको सुझाव दे रहे है तो वो इसलिए कि कुछ चीजे है जो आपने की नहीं।
प्रियंका गांधी ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि कोरोना काल में सरकार का रवैया बेहद निराशाजनक रहा है। एक तरफ देशभर में लोग कोरोना महामारी से जूझ रहे हैं तो दूसरी तरफ प्रधानमंत्री चुनावी रैलियों में व्यस्त हैं। महामारी के इस समय में ग्राउंड पर सरकार के काम नजर नहीं आ रहे हैं, जबकि इस समय सरकार को महामारी से निपटने के लिए पूरा जोर लगा देना चाहिए। प्रियंका गांधी कहा कि कुछ विपक्ष नेता आपको सुझाव दे रहे है तो वो इसलिए कि कुछ चीजे है जो आपने की नहीं। लेकिन राजनीति करने के चक्कर में उन्होंने सलाह को दरकिनार कर दिया।
प्रियंका गांधी ने कहा कि इस महामारी ने गरीब हो या अमीर किसी को नहीं छोड़ा है। ऐसे परिस्थितियों में नाराजगी तो होगी ही ना, जो आप कर सकते थे आपने क्यों नहीं किया। जबकि आपके पास तो समय था। आप पीआर में पड़े है, प्रचार में पड़े है। छोड़े ये सब, आज वो समय है जब आपको जनता के साथ खड़े होना है। लोगों की आंखों के आंसू पोंछने है। प्रियंका गांधी ने कहा कि आपके पास कोरोना की पहली और दूसरी लहर के बीच 8 से 9 महीनों का समय था। आपके खुद के सीरो सर्वे यह संकेत दे रहे थे कि दूसरी लहर आएगी लेकिन आपने इसपर ध्यान नहीं दिया।'
उन्होंने आगे कहा, भारत की ऑक्सीजन प्रोडक्शन कैपेसिटी दुनिया में सबसे बड़ी है, लेकिन ऑक्सीजन को ट्रांसपोर्ट करने की सुविधा नहीं बनाई गई। पिछले 6 महीनों में 11 लाख रेमेडेसिविर इंजेक्शन का निर्यात किया गया और आज हम किल्लत से जूझ रहे हैं।' कहा कि आज देशभर से रिपोर्ट आ रही हैं कि बेड, ऑक्सीजन, रेमडेसिविर, वेंटिलेटर की कमी है। पहली वेव और दूसरी वेव के बीच हमारे पास तैयारी करने के कई महीने थे। सरकार ने जनवरी से मार्च महीने में कोरोना वायरस की 6 करोड़ वैक्सीन निर्यात की और इसी समय में 3-4 करोड़ भारतीयों को वैक्सीन दी। आपने भारतीयों को प्राथमिकता क्यों नहीं दी?
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