इंफाल में बोले पीएम मोदी, कुछ लोग मणिपुर को अस्थिर करने की फिराक में हैं
इंफाल, 4 जनवरी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को मणिपुर पहुंचे हैं। राज्य में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पीएम मोदी ने 4,800 करोड़ की परियोजनाओं को शुरू किया है। मणिपुर की राजधानी इंफाल में एक कार्यक्रम में करीब 4,800 करोड़ रुपए से तैयार होने वाली 22 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि भाजपा की सरकार में राज्य में विकास हो रहा है। उन्होंने ये भी कहा कि कुछ लोग राज्य में अशांति फैलाने की फिराक में हैं।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, कुछ दिन बाद 21 जनवरी को मणिपुर को राज्य का दर्जा मिले, 50 साल पूरे हो जाएंगे। देश इस समय अपनी आज़ादी के 75 वर्ष पर अमृत महोत्सव भी मना रहा है। ये समय अपने आप में बहुत बड़ी प्रेरणा है। देश के लोगों में आजादी का जो विश्वास, यहां मोइरांग की धरती ने पैदा किया वो एक मिसाल है। उन्होंने कहा, एक समय था जब मणिपुर को अकेले उसके हाल पर छोड़ दिया गया था। प्रधानमंत्री बनने से पहले मैं कई बार मणिपुर आया था। मैं तुम्हारे दिलों का दर्द जानता था। इसलिए 2014 के बाद मैं भारत की पूरी सरकार को आपके दरवाजे पर लाया। आज मणिपुर विकास के रास्ते पर है।
पूर्वोत्तर अब भारत के विकास का गेटवे
पीएम मोदी ने आगे कहा, पूर्वोत्तर को लेकर पहले की सरकारों की डोंट लुक ईस्ट पॉलिसी थी लेकिन हमने पूर्वोत्तर के लिए एक्ट ईस्ट का संकल्प लिया है। ईश्वर ने इस क्षेत्र को इतने प्राकृतिक संसाधन दिये हैं। पूर्वोत्तर की इन संभावनाओं पर अब काम हो रहा है। पूर्वोत्तर अब भारत के विकास का गेटवे बन रहा है। जिस नॉर्थ ईस्ट को नेताजी ने भारत की स्वतंत्रता का प्रवेश द्वार कहा, वो नए भारत के सपने पूरे करने का प्रवेश द्वार बन रहा है।
मणिपुर की बेटियों ने बढ़ाया देश का मान
मणिपुर के लोगों की तारीफ करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि मणिपुर देश के लिए एक से एक नायाब रत्न देने वाला राज्य रहा है। यहां के युवाओं और विशेषकर मणिपुर की बेटियों ने पूरी दुनिया में भारत का झण्डा उठाया है, गर्व से देश का सिर ऊंचा किया है। आज देश के नौजवान मणिपुर के खिलाड़ियों से प्रेरणा ले रहे हैं।
मणिपुर को फिर से अस्थिर करना चाहते हैं कुछ लोग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये भी कहा कि कुछ लोग सत्ता पाने के लिए मणिपुर को फिर से अस्थिर करना चाहते हैं। ये लोग उम्मीद लगाए बैठे हैं कि कब उन्हें मौका मिले और कब वो अशांति का खेल खेलें लेकिन मणिपुर के लोग इन्हें पहचान चुके हैं। अब मणिपुर के लोग इनके झांसे में नहीं आएंगे।
मणिपुर में सत्ता में वापसी की कोशिश में भाजपा
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मणिपुर में विधानसभा का कार्यकाल 19 मार्च 2022 को खत्म हो रहा है। ऐसे में फरवरी-मार्च में यहां चुनाव कराया जा सकता है। मणिपुर में इस समय भाजपा सरकार में है और वो एक बार फिर से सत्ता पर काबिज होना चाहती है। जिसको लेकर उसने तैयारी भी शुरू कर दी है। पार्टी के बड़े नेता लगातार राज्य का दौरा भी कर रहे हैं। पीएम मोदी का आज का दौरा भी इसी कड़ी के एक हिस्सा के तौर पर देखा जा सकता है।
मणिपुर के विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस में सीधा मुकाबला माना जा रहा है। 60 सीटों वाली मणिपुर विधानसभा में 2017 में कांग्रेस को 28 सीटें मिली थीं। इस चुनाव में कांग्रेस राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी लेकिन सत्ता से दूर रह गई थी। भाजपा को 60 में 21 सीटें मिलीं थीं। जिसके बाद उसने स्थानीय दलों के साथ गठबंधन कर सरकार बनाई थी। भाजपा ने नेशनल पीपल्स पार्टी (4), नगा पीपल्स फ्रंट (4), लोजपा (1) और दो अन्य विधायकों के सहयोग से सरकार बनायी थी। जिसके बाद राज्य में भाजपा के एन बीरेन सिंह मुख्यमंत्री बने थे।