PM मोदी ने वैभव शिखर सम्मेलन का किया उद्घाटन, विदेशी और भारतीय वैज्ञानिकों से की बात
नई दिल्ली। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार शाम वैश्विक भारतीय वैज्ञानिक समिट, 2020 को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, मैं उन वैज्ञानिकों को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने आज अपने सुझाव और विचार पेश किए। आप में से अधिकांश ने भारतीय शैक्षणिक और अनुसंधान पारिस्थितिकी तंत्र की अपने विदेशी समकक्षों के साथ सहभागिता के महत्व पर प्रकाश डाला। पीएम ने आगे कहा कि वैभव समिट दुनियाभर के विज्ञान और इनोवेशन को महत्व दे रहा है। मैं इसे 'प्रतिभा का संगम' कहूंगा।
बता दें कि वैभव समिट एक ऐसा मंच है जहां विदेशी और भारतीय शोधकर्ता और शिक्षाविद एक मंच साझा करते हैं। यह सम्मलेन 2 से 31 अक्टूबर, 2020 तक आयोजित किया जाएगा। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने आगे कहा, 'विज्ञान, अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार ने कई कदम उठाए हैं। सामाजिक-आर्थिक क्षेत्र में बदलाव की दिशा में हमारे प्रयासों का मूल विज्ञान है। हम चाहते हैं कि अच्छा वैज्ञानिक शोध हमारे किसानों की भी मदद करे। हमारे वैज्ञानिकों ने परिश्रम किया और दालों के उत्पादन में वृद्धि दर्ज की गई। आज हमें बहुत कम दाल आयात करनी पड़ती है। हमारे अनाज उत्पादन ने रेकॉर्ड बनाया है।'
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, हम अपने किसानों की मदद के लिए शीर्ष श्रेणी के वैज्ञानिक अनुसंधान चाहते हैं। हमारे कृषि अनुसंधान वैज्ञानिकों ने दालों के हमारे उत्पादन को बढ़ाने के लिए कड़ी मेहनत की है। आज हम दाल का बहुत ही कम हिस्सा आयात करते हैं। हमारा खाद्यान्न उत्पादन नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा है। बता दें कि कार्यक्रम के उद्घाटन से पहले प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर कहा था कि इस सम्मेलन का उद्देश्य भारतीय मूल के दिग्गजों को एक ही मंच पर लाना है जो दुनियाभर की एकेडमिक और शोध संस्थाओं से जुड़े हुए हैं।
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