संसद ठप होने के विरोध में PM मोदी और अमित शाह 12 अप्रैल को करेंगे उपवास
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नई दिल्ली। बजट सत्र के दौरान संसद ठप होने के विरोध में पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह उपवास करेंगे। पीएम मोदी और अमित शाह अपने सांसदों के साथ 12 अप्रैल को उपवास पर रहेंगे। आपको बता दें कि पिछले महीने शुरू हुआ बजट सत्र विपक्षी पार्टियों के हंगामे की भेंट चढ़ गया था। अगर बीते सालों के आंकड़े देखें तो इस बजट सत्र में वर्ष 2000 के बाद सबसे कम कामकाज हुआ था।
अमित शाह हुबली में करेंगे उपवास
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह 12 अप्रैल को कर्नाटक के हुबली में उपवास पर बैठेंगे। अभी यह तय नहीं हुआ है कि पीएम मोदी अपने सांसदों के साथ किस स्थान पर उपवास करेंगे। हालांकि बताया जा रहा है कि पीएम मोदी अपने दफ्तर में ही उपवास रखेंगे। गौरतलब है कि, बजट सत्र के दौरान आंध्रप्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा प्रदान करने की मांग को लेकर टीडीपी का विरोध प्रदर्शन, कावेरी प्रबंधन बोर्ड का गठन करने की मांग को लेकर अन्ना द्रमुक का प्रदर्शन और हजारों करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक फर्जीवाड़े पर बहस करने को लेकर कांग्रेस के अड़े रहने के कारण करीब आधा सत्र हंगामे की भेंट चढ़ गया था। जिसके बाद संसद को अनिश्चितकालीन के लिए स्थगित कर दिया गया था।
सत्र के दूसरे चरण में सिर्फ 45 मिनट चली लोकसभा की कार्रवाई
पूरे बजट सत्र में लोकसभा में मात्र 23 प्रतिशत और राज्य सभा में 28 प्रतिशत काम हुआ। सबसे ज़्यादा खराब स्थिति दूसरे चरण में रही। इस चरण में जहां लोकसभा में 127 घंटे 45 मिनट तथा राज्यसभा में 124 घंटे का समय बर्बाद हुआ। लोकसभा में 4 प्रतिशत और राज्यसभा में 8 प्रतिशत काम ही हो सका। आपको बता दें कि इस सत्र में लोकसभा में करीब 28 विधेयक पेश होने थे जिसमे सिर्फ 5 विधेयक ही पारित हो सके। वहीं राज्यसभा के में 39 विधेयक पारित किए जाने थे, जिसमे सिर्फ एक ग्रेच्युटी भुगतान संशोधन विधेयक 2017 ही पारित हो सका।
विशेष सत्र की हुई मांग
इसके बाद नायडू ने हैरानी जताते हुए कहा था कि क्या सदन अपने वजूद और इसपर खर्च होने वाले संसाधन को सही ठहरा पाएगा। इसे इसके बाद कांग्रेस के राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने विशेष संसद सत्र बुलाने के लिए उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू का पत्र लिखा था। रमेश ने महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित करवाने और बहस व चर्चा करवाने के लिए राज्यसभा के सभापति से मई-जून में दो सप्ताह का विशेष सत्र बुलाने का आग्रह किया था।