घटाई गई PF की ब्याज दरें, जानिए आपको होगा कितना नुकसान, सरकार को बड़ी बचत
नई दिल्ली। सरकार ने देशभर के नौकरीपेशा लोगों को एक और झटका दिया है। पहले आम बजट के दौरान सैलरीड क्लास के लिए टैक्स स्लैब न कर उन्हें मायूस किया और अब उनकी छोटी बचत पर ब्याज दरों में कटौती कर झटका दिया गया है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठनने साल 2017-18 के लिए ब्याज दर को घटाकर 8.55% कर दिया गया है। पिछले साल के पीएफ ब्याज दर 8.65% को घटाकर इस बार 8.55% किया गया। ऐसे में हम आपको बता दें कि इस कटौती ने आपको कैसे नुकसान होगा और कैसे सरकार को इससे फायदा होगा।
PF ब्याज दरों में कटौती
ईपीएफओ ने ब्याज दरों में कटौती कर नौकरीपेशा लोगों को झटका दिया है। अगर इसे सरल भाषा में सणजे तो अगर आपकी सैलरी का 5000 रुपए प्रति माह पीएफ में जाता है तो पहले इसपर 8.65% की दर से आपको आपको सालाना 515.2 रुपए का ब्याज मिलता था, लेकिन अब ये घटकर 510.4 रुपए हो जाएगा। आपको ये अंतर भले ही कम लग रहा हो, लेकिन इसे अगर 30 से 35 साल की नौकरी के लिए देखें तो ये अच्छा खासा अमाउंट होता है।
पीएफ ब्याज दरों से सरकार को फायदा
पीएफ की ब्याज दरों में बदलाव से सरकार को फायदा होता है। पीएफ की ब्याज दरों को घटाने से सरकार का राजस्व बचता है। फिलहाल पीएफ के दायरे में आने वाले लोगों की संख्या 5 करोड़ है, लेकिन जल्द ही ये संख्या 9 करोड़ हो जाएगी। ऐसा इसलिए क्योंकि सरकार ने संगठित सेक्टर की परिभाषा बदलने की शुरुआत कर दी है। ऐसे में पीएफ अंशधारकों की संख्या बढ़ने से सरकार पर लोड भी बढ़ेगा। ऐसे में अब उसके खाते में अधिक पैसे बचेंगे।
पीएफ रकम का सरकारी सिक्युरिटी में निवेश करना अनिवार्य
आपको बता दें कि ईपीएफओ को कुल रकम का 45 फीसदी हिस्सा सरकारी सिक्युरिटीज में निवेश करना होता है। ऐसे में ब्याज दरें घटने से सरकार को सिक्युरिटीज पर भी कम ब्याज दर देनी होगी। आपको बता दें कि सरकार ने पीएफ की ब्याज दरों को घटा दिया है। ये ब्याज दर पिछले तीन साल के सबसे नीचले स्तर पर पहुंच गया है। जिसका सबसे ज्यादा असर मिडिल क्लास को होगा।