देश के 30 फीसदी लाइसेंस फर्जी, ड्राइवरों को देना होगा कंप्यूटर टेस्ट: नितिन गडकरी
देश के 30 फीसदी से ज्यादा लाइसेंस फर्जी है। अब ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आपको देना होगा कंप्यूटर टेस्ट।
नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि देश के 30 फीसदी से ज्यादा लाइसेंस फर्जी है। एक कार्यक्रम के दौरान गडकरी ने कहा कि देश में लगभग 30 फीसदी फेक है। उन्होंने कहा है कि सरकार मोटर्स वाहन बिल लाने जा रही है। इस बिल के आने के बाद ड्राइवरों को कंप्यूटर टेस्ट देना होगा, तभी उन्हें लाइसेंस मिलेगा।
उन्होंने कहा कि ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर तत्काल कार्रवाई करने के लिए व्यवस्था को सुदृढ़ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसके लिए इंटेलिजेंट ट्रैफिक सिस्टम लागू करने की दिशा में काम शुरू किया जा रहा है। उन्होंने ट्रैफिक नियमों के उल्लघंन पर भारी जुर्माने और सजा की बात कही है। गडकरी ने कहा कि मोटर वाहन विधेयक को बजट में पास किए जाने के बाद ट्रैफिक नियमों को तोड़ने पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा।
आपको बता दें कि मोटर वाहन (संशोधन) विधेयक 2016 में यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर भारी जुर्माने का प्रावधान है। इस विधेयक के मुताबिक शराब पीकर गाड़ी चलाने पर 10,000 रुपए और हिट-एंड-रन मामले में 2 लाख रुपए तक का मुआवजा लगाए जाने का प्रावधान है। सड़क हादसे में मौत होने पर 10 लाख रुपए तक मुआवजा देने का प्रावधान है। वहीं बिना हेलमेट पहने गाड़ी चलाते पकड़े जाने पर 2,000 रुपए का जुर्माने का प्रावधान है।