प्रधानमंत्री तक पहुंचा एडवोकेट महमूद प्राचा के दफ्तर पर रेड का मामला, विपक्षी सांसदों ने लिखी चिट्ठी
एडवोकेट महमूद प्राचा के दफ्तर पर रेड को लेकर विपक्षी सांसदों की पीएम को चिट्ठी
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के वकील महमूद प्राचा के दफ्तर में दिल्ली पुलिस की छापेमारी को लेकर विपक्ष के कई सांसदों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कार्रवाई की मांग की है। विपक्षी सांसदों ने पीएम को लिखी अपनी चिट्ठी में वकील के दफ्तर में दिल्ली पुलिस की कार्रवाई को अपनी हदों को पार करने वाला कहा है और इसके लिए जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई की मांग की है।
सीपीआईएम के राज्यसभा सांसद एलामरम करीम ने ये चिट्ठी लिखी है। जिस पर सीपीआई के बिनॉय विस्वम, कांग्रेस के सय्यद नासिर, अखिलेश प्रसाद सिंह और शक्ति सिंह गोहिल, डीएमके के तिरुचि शिवा, एन आर एलंगो, एम शनमुगम, पी विल्सन और आरजेडी के मनोज झा ने भी दस्तखत किए हैं।
विपक्षी सांसदों ने अपनी चिट्ठी में कहा है, बीते साल दिसंबर में दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट के वकील महमूद प्राचा के दफ्तर और घर पर छापेमारी की थी। प्राचा दिल्ली की सांप्रदायिक हिंसा से जुड़े कई केसों का प्रतिनिधित्व कर रहे थे जिसमें कथित तौर पर भीजपा के लोगों के नाम भी आरोपियों के तौर पर शामिल थे। उनके घर बड़ी संख्या में पुलिस गई और कई घंटे छापेमारी चली। ये घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। आप इस ओर ध्यान दें और इसके लिए जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करें।
इस मामले को लेकर करीब 1200 वकीलों ने बीते महीने मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे के नाम एक चिट्ठी भी लिखी थी। इस चिट्ठी में प्राचा के घर छापे को आपराधिक न्याय प्रणाली और अभियुक्तों के अधिकार पर हमला बताया गया था और पुलिस अफसरों पर कार्रवाई के लिए मांग की थी।
बीते साल उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए सांप्रदायिक दंगों के कई मामलों में वकील महमूद प्राचा के दफ्तर में 24 दिसंबर से 25 दिसंबर तक तलाशी ली गई थी। दिल्ली पुलिस ने प्राचा के दफ्तर में ये तलाशी उनके ख़िलाफ दर्ज धोखाधड़ी और जालसाजी के एक मामले में की थी।
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