नोबेल पुरस्कारों की आज से होगी घोषणा, जानें इस अवॉर्ड से जुड़ी 5 रोचक बातें
नई दिल्ली, 03 अक्टूबर। नोबेल पुरस्कार की घोषणा हर वर्ष अक्टूबर में की जाती है। इस बार पुरस्कार के विजेताओं की घोषणा सोमवार से की जाएगी। पहले दिन यानि कि सोमवार को मेडिसिन अवॉर्ड के विजेता की घोषणा की जाएगी। ठीक इसी तरह मंगलवार को भौतिकी, बुधवार को रसायन विज्ञान और गुरुवार को साहित्य और शुक्रवार को अर्थशास्त्र क्षेत्र में नोबेल पुरस्कारों की घोषणा की जाएगी। ऐसे में इस पुरस्कार से जुड़ी 5 बड़ी बातों को आपको जरूर जान लेना चाहिए।
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नोबेल पुरस्कर की कब हुई शुरुआत?
एक स्वीडिश उद्योगपति और डायनामाइट के आविष्कारक अल्फ्रेड नोबेल की इच्छा थी कि चिकित्सा, भौतिकी, रसायन विज्ञान, साहित्य और शांति में पुरस्कार दिया जाए। ऐसे में नोबेल की मृत्यु के पांच साल बाद 1901 में पहला पुरस्कार दिया गया था। प्रत्येक पुरस्कार की कीमत 10 मिलियन क्रोनर (लगभग $900,000) होता है, जिसे 10 दिसंबर को दिया जाएगा। अर्थशास्त्र पुरस्कार - इसे आधिकारिक तौर पर अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में आर्थशास्त्र विज्ञान में बैंक ऑफ स्वीडन पुरस्कार के रूप में जाना जाता है। इसे नोबेल द्वारा नहीं, बल्कि 1968 में स्वीडन के केंद्रीय बैंक द्वारा बनाया गया था। 1901 और 2021 के बीच में नोबेल पुरस्कार, आर्थशास्त्र विज्ञान में 609 बार दिए जा चुके हैं।
कौन जानता है कि बनेगा विजेता?
नोबेल क़ानून, जजों को 50 वर्षों तक उनके विचार-विमर्श पर चर्चा करने से रोकते हैं। ऐसे में 2022 में कौन इस पुरस्कार को जीतेगा, इसके बारे में बता पाना मुश्किल है। यह सिर्फ नोबेल के जजों को ही पता होता है कि कौन पुरस्कार जीत रहा है। जज घोषणाओं से पहले विजेताओं के बारे में संकेत छोड़ने से बचने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं, लेकिन कभी-कभी शब्द निकल जाते हैं। यूरोप में सट्टेबाज कभी-कभी संभावित शांति पुरस्कार और साहित्य नोबेल विजेताओं पर सट्टा लगाते हैं।
कौन कर सकता है नोबेल पुरस्कार के लिए नॉमिनेशन?
दुनिया भर के लाखों लोग नोबेल पुरस्कार के लिए नॉमिनेशन के योग्य हैं। इसके लिए विश्वविद्यालय के प्रोफेसर, कानूनविद, पूर्व नोबेल पुरस्कार विजेता और स्वयं समिति के सदस्य भी आवेदन कर सकते हैं। हालांकि, नामांकन को 50 वर्षों तक गुप्त रखा जाता है, लेकिन जो लोग नामांकन जमा करते हैं, वे कभी-कभी सार्वजनिक रूप से अपने सुझावों की घोषणा करते हैं।
नोबेल पुरस्कार का नॉर्वेजियन कनेक्शन क्या है?
नोबेल शांति पुरस्कार, नॉर्वे में प्रस्तुत किया जाता है, जबकि अन्य पुरस्कार स्वीडन में दिए जाते हैं। कहा जाता है कि अल्फ्रेड नोबेल भी ऐसा ही चाहते थे। इसके अलावा कहा यह भी जाता है कि नोबेल के जीवनकाल के दौरान स्वीडन और नॉर्वे एक संघ में शामिल हो गए थे, जिसे 1905 में भंग कर दिया गया था। यही वजह है कि कभी-कभी स्टॉकहोम में नोबेल फाउंडेशन, जो पुरस्कार राशि का प्रबंधन करता है, और ओस्लो के बीच पुरस्कार राशि को लेकर संबंध भी तनावपूर्ण हो जाते हैं।
नोबेल जीतने के लिए क्या करना पड़ता है?
वैज्ञानिकों को अक्सर नोबेल जजों द्वारा अपने काम को मान्यता देने के लिए दशकों तक इंतजार करना पड़ता है। क्योंकि जज यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि कोई भी शोध समय की कसौटी पर खरा उतरे। वहीं, नोबेल पुरस्कार को लेकर नोबेल की यह भी इच्छा थी कि यह पुरस्कार उन लोगों को ही प्रदान किए जाने चाहिए, जिन्होंने पिछले वर्ष के दौरान, मानव जाति को सबसे बड़ा लाभ प्रदान किया है। शांति पुरस्कार समिति एकमात्र ऐसी समिति है जो नियमित रूप से पिछले वर्ष की गई उपलब्धियों को पुरस्कृत करती है। नोबेल की इच्छा के अनुसार पुरस्कार उस व्यक्ति को जाना चाहिए, जिसने राष्ट्रों के बीच भाईचारे के लिए, स्थायी सेनाओं के उन्मूलन या शांति के लिए सबसे अधिक काम किया है।