आरक्षण को खत्म करने की किसी में हिम्मत नहीं है- नीतीश कुमार
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नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव से पहले एक बार फिर से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आरक्षण को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि आरक्षण को खत्म करने की किसी में ताकत नही है। जो लोग इस तरह के बयान देते हैं कि आरक्षण खत्म कर दिया जाएगा वह समाज में तनाव बढ़ाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोग समाज में तनाव बढ़ाना चाहते हैं और लोगों के बीच मतभेद पैदा करना चाहते हैं। अंबेडकर जी का संविधान प्रारूप को संविधान सभा ने पास किया था। संविधान में आरक्षण वंचित समाज को मुख्य धारा में लाने लाने के लिए दिया गया है।
नीतीश कुमार ने कहा कि मैं यह पूरी तरह से साफ कर देना चाहता हूं कि आरक्षण को खत्म करने की किसी में ताकत नहीं है। हमारे जैसे लोग इसके लिए कोई भी बलिदान देने के लिए तैयार हैं। जो लोग इस तरह के बयान देते हैं उनका आरक्षण लाने में किसी भी तरह का कोई योगदान नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ने 2006 में ग्राम पंचायत में एससी वर्ग को आरक्षण देने का काम किया था और महिलाओं का 50 फीसदी कोटा तय किया था। नीतीश कुमार ने यह बयान अपनी पार्टी के एससी/एसटी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मगध क्षेत्र में दिया।
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नीतीश कुमार ने लोगों से अपील की कि वह महात्मा गांधी के जीवन और गौतम बुद्ध के दर्शन से प्रेरणा लें। गौर करने वाली बात है कि हाल ही में भाजपा और जदयू ने आगामी लोकसभा चुनाव में एक साथ मिलकर चुनाव लड़ने की बात कही है। खुद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और नीतीश कुमार ने प्रेस कॉफ्रेंस करके इस बात की जानकारी दी कि लोकसभा चुनाव में दोनों ही पार्टी बिहार में बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेंगी और अन्य सहयोगी दलों को सम्मानजनक सीटें दी जाएंगी।
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