अगले 16 घंटों में पूरा होगा इंडियन नेवी कमांडर अभिलाष टोमी का रेस्क्यू
नई दिल्ली। इंडियन नेवी कमांडर अभिलाष टोमी को अगले 16 घंटों में फ्रेंच जहाज की मदद से बचाया जा सकेगा। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है। टोमी, हिंद महासागर के दक्षिण में थे जब एक दुर्घटना में वह घायल हो गए थे। रक्षा मंत्री की ओर बताया गया है कि टोमी को फ्रेंच जहाज ओसिरिस की मदद से बचाने की कोशिशें जारी हैं। इंडियन नेवी में कमांडर टोमी ग्लोडन ग्लोब रेस 2018 (जीजीआर) में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। वह जहाज थूरिया पर थे जो तूफान की वजह से अस्त व्यस्त हो गया और इसकी वजह से कमांडर टोमी को पीठ में गंभीर चोट आ गई थी।
रविवार सुबह मिली कमांडर टोमी की स्थिति
रक्षा मंत्री की ओर से बयान जारी किया गया था। इस बयान में कहा गया था कि टोमी को बचाने के सारे प्रयास जारी हैं और कैनबरा स्थित ऑस्ट्रेलियन रेस्क्यू को-ऑर्डिनेशन सेंटर रेस्क्यू मिशन में सहयोग कर रहा है। इस रेस्क्यू में इंडियन नेवी और ऑस्ट्रेलियन डिफेंस डिपार्टमेंट भी शामिल है। रक्षा मंत्री ने बताया, 'मैंने अभी उप-नौसेना प्रमुख वाइस एडमिरल अजित कुमार से बात की है और उनसे घायल नेवी ऑफिसर टोमी के बारे में जानकारी मांगी। रेस्क्यू मिशन ऑस्ट्रेलियन नेवी के साथ मिलकर चलाया जा रहा है। घायल अधिकारी को अगले 16 घंटों के अंदर एक फ्रेंच जहाज ओसाइरिस के जरिए पिक किया जाएगा।' नेवी की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया कि पी-8I एयरक्राफ्ट ने रविवार को सुबह 7:50 मिनट पर एसवी थूरिया का पता लगाया था।टोमी इस समय हिंद महासागर के दक्षिण में हैं जो ऑस्ट्रेलिया के पर्थ से करीब 1900 नॉटिकल मील या 3,000 किलोमीटर की दूरी पर है तो केप कोमोरिन से इसकी दूरी करीब 2700 किलोमीटर दूर है।
सुरक्षित हैं कमांडर अभिलाष
इंडियन नेवी के सूत्रों की ओर से दी गई जानकारी में कहा गया है कि पी-8i की वजह से ऑस्ट्रेलिया एमआरसीसी को बड़ा क्लू मिला और उसे थूरिया के बारे में कई जानकारियां हासिल हो सकीं। भारत की ओर से आईएनएस सतपुड़ा को रवाना किया गया है। इंडियन नेवी ऑस्ट्रेलिया के रीजनल मैरीटाइम रेस्क्यू को-ऑर्डिनेशन सेंटर (एमआरसीसी) के साथ मिलकर मिशन में लगी हुई है। आईएनएस सतपुड़ा के अलावा एक चेतक हेलीकॉप्टर और टैंकर आईएनएन ज्योति भी जो हिंद महासागर में हैं उन्हें मिशन के लिए रवाा कर दिया गया है। बयान के मुताबिक कमांडर अभिलाष टोमी की ओर से मैसेज भेजा गया था और इस मैसेज से पता लगता है कि कमांडर सुरक्षित हैं लेकिन पीठ की चोट की वजह से चल नहीं पा रहे हैं।