सुशांत की बॉडी के पास खड़े शख्स के पास था काला बैग, संदिग्ध लड़की से मिलते ही हुआ गायब
नई दिल्ली: सुशांत सुसाइड केस में मुंबई पुलिस के हाथ अभी खाली हैं। मीडिया में सुशांत केस को लेकर कई सबूत सामने आए लेकिन मुंबई पुलिस ने अभी तक उस पर न तो गौर किया, न ही कार्रवाई। जिस वजह से ये केस सीबीआई के पास पहुंचा है। सुशांत के परिवार के मुताबिक रिया के अलावा भी इस केस में कई लोग संदिग्ध हैं। अब एक ऐसा वीडियो सामने आया है, जिसमें एक संदिग्ध लड़का और लड़की दिख रहे हैं। जिनके बारे में अभी कोई सटीक जानकारी नहीं मिल पाई है।
कौन थी लड़की?
रिपब्लिक टीवी ने सुशांत की मौत के दिन का एक वीडियो जारी किया है। जिसमें एक शख्स काली ड्रेस में बॉडी के पास काला बैग लेकर खड़ा है। इस बीच एक मिस्ट्री वुमन भी वहां दिखाई देती है, जो सुशांत की मौत के बाद कंपाउंड में दौड़ती नजर आती है। इसके बाद वो ब्लैक टी-शर्ट वाले शख्स से मिलती है। फिर उस शख्स के हाथ से बैग गायब हो जाता है। रिपोर्ट के मुताबिक वो शख्स सुशांत का हाउस मैनेजर दीपेश सावंत बताया जा रहा है।
परिवार का पुलिस पर आरोप
सुशांत के फैमिली वकील विकास सिंह ने इस पूरी घटना पर सवाल उठाए हैं, क्योंकि जब ये सब हुआ तो वहां पर मुंबई पुलिस मौजूद थी। विकास सिंह के मुताबिक एक अनजान शख्स आता है और क्राइम सीन से कुछ भी लेकर चला जाता है। इससे तो मुंबई पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े होते हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोई आदमी घर से कुछ लेकर जा रहा तो वो संदिग्ध है और वो लड़की भी बाद में गायब हो जाती है।
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अस्पताल भी सवालों के घेरे में
सुशांत के पिता केके सिंह के वकील विकास सिंह ने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत की जो पोस्टमार्टम रिपोर्ट मुझे देखने को मिली है, उसमें टाइम ऑफ डेथ नहीं है, यानी कितने बजे सुशांत की मौत हुई, इसका कोई जिक्र ही नहीं है। उनके मुताबिक टाइम ऑफ डेथ बहुत महत्वपूर्ण है, इसी से स्पष्ट हो सकता है कि उन्हें मार के लटकाया गया या लटककर मरे।
क्या कुछ छिपा रही पुलिस?
विकास सिंह ने कहा कि मुंबई पुलिस और कूपर हॉस्पिटल को इन सवालों का जवाब देना होगा। जब तक CBI इस मामले में नहीं जाएगी, मुझे नहीं लगता कि हम सच्चाई के आस-पास पहुंच पाएंगे। अगर विकास सिंह का आरोप सही है तो ये साफ होता है कि अस्पताल प्रशासन और मुंबई पुलिस कुछ न कुछ छिपाने की कोशिश कर रही है। इससे पहले विकास सिंह ने रिया चक्रवर्ती और सिद्धार्थ पिठानी पर गंभीर आरोप लगाए थे और सिद्धार्थ को शातिर अपराधी बताया था।
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