अर्धसैनिक बलों के सोशल मीडिया इस्तेमाल पर लगाई गई रोक, सेना में जवानों के लिए नहीं है प्रतिबंध
बीएसएफ जवान तेज बहादुर यादव का वीडियो वायरल होने के बाद कई जवानों ने ऐसे ही वीडियो रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर अपनी यूनिट की समस्याएं रखीं और प्रधानमंत्री से सुविधाओं की मांग करते हुए अपील की थी।
नई दिल्ली। अर्धसैनिक बलों के जवानों के सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है। हालांकि, सेना के जवानों की ओर से लगातार सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करके शिकायतें दर्ज कराने के मामले सामने आने के बाद गृह मंत्रालय की ओर से सैनिकों के स्मार्टफोन इस्तेमाल करने पर पाबंदी लगाने की सूचना पर सेनाध्यक्ष बिपिन रावत ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। कहा जा रहा था कि बिना अनुमति के अब जवान स्मार्टफोन का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। यह प्रतिबंध सिर्फ अर्धसैनिक बलों के लिए है।
स्मार्टफोन
रखने
पर
हो
सकती
है
कार्रवाई
सूत्रों
के
मुताबिक,
बीएसएफ
जवान
तेज
बहादुर
यादव
का
वीडियो
वायरल
होने
के
बाद
कई
जवानों
ने
ऐसे
ही
वीडियो
रिकॉर्ड
कर
सोशल
मीडिया
पर
अपनी
यूनिट
की
समस्याएं
रखीं
और
प्रधानमंत्री
से
सुविधाओं
की
मांग
करते
हुए
अपील
की
थी।
कहा
जा
रहा
था
कि
गृह
मंत्रालय
ने
इसे
गंभीरता
से
लिया
और
अब
जवानों
के
स्मार्टफोन
रखने
पर
पाबंदी
लगा
दी
और
जवानों
को
बिना
अनुमति
के
स्मार्टफोन
रखने
पर
कार्रवाई
झेलनी
पड़
सकती
है।
हालांकि
सेनाध्यक्ष
ने
इससे
साफ
इनकार
किया
है।
उन्होंने
कहा
कि
जवानों
के
लिए
कोई
ऐसा
नियम
लागू
नहीं
किया
गया
है।
स्मार्टफोन
बंद
नहीं
होंगे।
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के
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को
लेकर
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किया
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और
बड़ा
खुलासा
अर्धसैनिक
बलों
के
लिए
लगाया
गया
प्रतिबंध
रिपोर्ट्स
के
मुताबिक,
अर्धसैनिक
बलों
के
सोशल
मीडिया
इस्तेमाल
पर
रोक
लगाई
गई
है।
किसी
तरह
की
पोस्ट
अपडेट
करने
से
पहले
भी
जवानों
को
अनुमति
लेनी
होगी।
गृह
मंत्रालय
ने
ताजा
मामलों
को
देखते
हुए
यह
प्रतिबंध
लगाया
है।
बता
दें
कि
सोशल
मीडिया
पर
वायरल
हुए
जवानों
के
वीडियो
पाकिस्तानी
मीडिया
में
भी
काफी
छाए
रहे।
पाकिस्तानी
मीडिया
ने
इनके
जरिए
भारत
पर
सवाल
खड़े
किए।