'हाउडी मोदी' इवेंट की तारीफ करने वाले मिलिंद देवड़ा की सफाई, मूल विश्वासों से समझौता नहीं करूंगा
नई दिल्ली: अमेरिका के ह्यूस्टम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम को लेकर ट्वीट कर चर्चा में आने वाले कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा ने मंगलवार को एक और ट्वीट कर सफाई दी है। मिलिंद ने अपने ट्वीट में कहा कि मेरे और पीएम मोदी के बीच ट्वीट को लेकर कुछ भ्रामक रिपोर्ट सामने आए थे। मिलिंद देवड़ा ने अपने एक पेज के बयान में अपने पिता और पूर्व मंत्री मुरली देवड़ा के बारे में भी बताया है कि किस तरह से उन्होंने भारत और अमेरिक के बीच रिश्तों को मजबूती दिलाई।
मिलिंद
देवड़ा
ने
दी
सफाई
मिलिंद
देवड़ा
ने
अपने
ट्वीट
में
कहा
कि
मुरलीभाई
के
शुभचिंतकों
द्वारा
इस्तेमाल
किए
गए
शब्दों
की
सराहना
करता
हूं।
लेकिन
मैं
सोशल
मीडिया
और
मीडिया
में
अनुचित
आलोचना
पर
खेद
व्यक्त
करता
हूं।
अंत
में
मैं
अपने
पिता
का
बेटा
हूं,
दोस्ती
उनकी
राजनीति
की
आधारशिला
थी।
मैं
अपनी
मूल
मान्यताओं
से
समझौता
नहीं
करूंगा,
भले
ही
राजनीति
में
लगातार
अस्थिर
और
पक्षपातपूर्ण
हो।
While I appreciate the kind words expressed by Murlibhai’s friends and well-wishers, I express regret on the insinuations and unwarranted criticism in sections of media and social media.
My full statement pic.twitter.com/T6ysvA6Qi0
— Milind Deora मिलिंद देवरा (@milinddeora) September 24, 2019
इसके अलावा मिलिंद देवड़ा ने लिखा है कि उनके दिवंगत पिता पार्टी लाइन से उपर उठकर भारतीय प्रधानमंत्रियों और अमेरिकी राष्ट्रपतियों के साथ मिलकर काम किया। उन्होंने कहा कि मुरलीभाई सम्मान के लायक हैं क्योंकि वो पार्टी से पहले देश को रखते थे। मिलिंद देवड़ा उस समय चर्चा में आए जब उन्होंने अमेरिका के ह्यूस्टन में आयोजित 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम के बाद ट्वीट किया था।
देवड़ा ने ट्वीट करते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री का ह्यूस्टन संबोधन भारत की सॉफ्ट पावर डिप्लोमैसी का सबसे महत्वपूर्ण क्षण था। मेरे पिता मुरलीभाई भारत-अमेरिका के गहरे संबंधों के शुरुआती शिल्पकारों में से एक थे। डोनाल्ड ट्रम्प की मेहमान नवाजी और भारतीय अमेरिकियों के योगदान को मान्यता देना हमें गौरवान्वित महसूस कराता है।
इस ट्वीट पर पीएम मोदी ने भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि आपने मेरे मित्र स्वर्गीय मुरली देवड़ा जी की अमेरिका के साथ मजबूत संबंधों के प्रति प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए बिल्कुल सही कहा है। वह दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत होता देखकर वाकई बहुत खुश होते।