माया कोडनानी ने कोर्ट में दी अर्जी, कहा- अमित शाह समेत 14 लोगों को भेजा जाए समन
अपने एप्लिकेशन के जरिए कोडनानी 28 फरवरी 2002 के दंगों के मामले में खुद को बेगुनाह साबित करने के लिए अमित शाह समेत 14 लोगों के बयान कोर्ट में कराना चाहती हैं।
अहमदाबाद। गुजरात सरकार की पूर्व मंत्री और बीजेपी नेता माया कोडनानी ने गोधरा कांड के बाद हुए दंगों में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह समेत 14 अन्य को समन भेजने की मांग की है। कोडनानी ने स्पेशल कोर्ट में एप्लिकेशन देकर कहा कि उन्हें अपने बचाव में इन लोगों के बयानों के भी जरूरत है।
कोडनानी
के
वकील
से
मांगा
जवाब
इस
महीने
की
शुरुआत
में
दी
गई
अर्जी
पर
कोर्ट
ने
गुरुवार
को
कोडनानी
के
वकील
से
जवाब
मांगा
है
कि
कैसे
यह
याचिका
केस
के
इस
स्तर
पर
पहुंचने
के
बाद
सही
है।
मामले
की
सुनवाई
अब
अगले
सोमवार
होगी।
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बॉम्बे
हाईकोर्ट
की
चीफ
जस्टिस
ने
जर्नलिस्ट
के
जींस-टीशर्ट
पहनने
पर
उठाए
सवाल
सीआरपीसी
के
तहत
ती
अर्जी
इसी
महीने
कोडनानी
ने
सीआरपीसी
की
धारा
233
(3)
के
तहत
14
लोगों
को
समन
भेजने
की
अपील
कोर्ट
से
थी।
उनके
वकील
अमित
पटेल
ने
कहा
कि
वे
सोमवार
को
कोर्ट
में
इसका
जवाब
सौंपेंगे।
सीआरपीसी
की
इस
धारा
के
मुताबिक,
'अगर
आरोपी
शख्स
किसी
भी
गवाह
या
सबूत
को
पेश
किए
जाने
के
लिए
आवेदन
करता
है
तो
जज
उसकी
अनुमति
देंगे।
हालांकि
केस
में
देरी
करने
या
उसे
भ्रमित
करने
का
उद्देश्य
समझ
आने
पर
जज
उसे
खारिज
कर
सकता
है।'
जमानत
पर
रिहा
हैं
कोडनानी
अपने
एप्लिकेशन
के
जरिए
कोडनानी
28
फरवरी
2002
के
दंगों
के
मामले
में
खुद
को
बेगुनाह
साबित
करने
के
लिए
अमित
शाह
समेत
14
लोगों
के
बयान
कोर्ट
में
कराना
चाहती
हैं।
कोडनानी
पर
हिंसा
भड़काने
का
आरोप
है।
नरोदा
पाटिया
नरसंहार
मामले
में
उन्हें
दोषी
करार
दिया
गया
है
और
उम्रकैद
की
सजा
दी
गई
है।
कोर्ट
ने
उन्हें
दंगों
का
मास्टरमाइंड
माना।
वह
गुजरात
हाईकोर्ट
के
आदेश
पर
जुलाई
2014
से
जमानत
पर
रिहा
हैं।