लॉकडाउन: गृह मंत्रालय की आपत्ति के बाद जागी ममता सरकार, कोलकाता के कई इलाके सील
नई दिल्ली: कोरोना के बढ़ते हुए मामलों के बाद भी पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में लॉकडाउन का सख्ती से पालन नहीं किया जा रहा था। जिस पर गृह मंत्रालय की ओर से कड़ी आपत्ति जताई गई। जिसके बाद ममता सरकार नींद से जागी और कोलकाता के संवेदनशील इलाकों को सील किया। इन इलाकों में अतिरिक्त पुलिसफोर्स की तैनाती भी की गई है, ताकी लॉकडाउन का सख्ती से पालन करवाया जा सके। बंगाल में अभी तक कोरोना वायरस के 287 केस सामने आ चुके हैं, जिसमें से 10 लोगों की मौत हो चुकी है।
गृह मंत्रालय को जानकारी मिली थी कि कोलकाता के राजाबाजार, नरकेलडांगा, तोपसिया, गार्डन रीच और मनिकतला में लॉकडाउन के दौरान पुलिस-प्रशासन की ओर से लापरवाही बरती जा रही है। साथ ही लोग भी यहां पर लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे हैं। मामले की जानकारी मिलते ही 10 अप्रैल को गृह मंत्रालय की ओर से ममता सरकार को एक पत्र लिखा गया। जिसके बाद कोलकाता पुलिस हरकत में आई और नरकेलडांगा मेन रोड, राजाबाजार क्रासिंग को सील कर दिया। वहीं शुक्रवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि संवेदनशील इलाकों में सशस्त्र बलों की तैनाती की जा रही है। सरकार के आदेशों को नहीं मानने वाले लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।
यह भी पढ़ें: कोरोना के खिलाफ अन्य देशों की मदद करने के लिए यूएन ने किया भारत को सलाम
गवर्नर
भी
हैं
सरकार
से
नाराज
पश्चिम
बंगाल
के
राज्यपाल
जगदीप
धनखड़
भी
ममता
सरकार
से
नाराज
चल
रहे
हैं।
हाल
ही
में
उन्होंने
ट्विटर
के
जरिए
सरकार
पर
निशाना
साधा
था।
राज्यपाल
जगदीप
धनखड़
ने
ट्वीट
करते
हुए
लिखा
था
कि
कोरोना
वायरस
को
रोकने
के
लिए
लॉकडाउन
प्रोटोकॉल
पूरी
तरह
लागू
किया
जाना
चाहिए।
ममता
सरकार
का
पुलिस-प्रशासन
सोशल
डिस्टेंसिंग
और
धार्मिक
गतिविधियों
को
रोक
पाने
में
पूरी
तरह
नाकाम
साबित
हुआ
है।
वहीं
उन्होंने
लॉकडाउन
को
पूरी
तरह
सफल
बनाने
के
लिए
सेंट्रल
फोर्स
की
जरूरत
बताई
थी।