Mann Ki Baat: पीएम मोदी की अपील, पद्म विजेताओं के बारे में पढ़े, उनके बारे में लोगों को बताएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में पद्म पुरस्कार पाने वालों की तारीफ करते हुए लोगों से अपील की है कि उनके बारें में पढ़ें और लोगों को भी उनके बारे में जरूर बताएं।
Mann Ki Baat: इस बार कई आदिवासी समाज से आने वाले लोगों को पद्म पुरस्कारों से नवाजा गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में इसका जिक्र किया। जिन लोगों को पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया है उन्हें प्रधानमंत्री ने बधाई दी। पीएम ने पीपुल्स पद्म आंदोलन का मन की बात कार्यक्रम में जिक्र किया। पीएम ने कहा कि इन लोगों ने देश को हमेशा सर्वोच्च स्थान दिया और बिना किस अवॉर्ड की इच्छा के काम किया। आप इन लोगों के बारे में पढ़ें और इनके बारे में लोगों को बताएं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बार पद्म पुरस्कारों से सम्मानित होने वालों में जनजाति समुदाय और जनजातीय जीवन से जुड़े लोगों का अच्छा खासा प्रतिनिधित्व रहा है। जनजातीय जीवन शहरों की भागदौड़ से अलग होता है, उसकी चुनौतियां भी अलग होती है। लेकिन इसके बावजूद जनजातीय समाज अपनी परंपराओं को सहेजने के लिए हमेशा तत्पर रहता है। जनजातीय समुदाय से जुड़ी चीजों के संरक्षण और रिसर्च के प्रयास होते हैं। ऐसे ही जनजातीय समुदायों पर काम करने वाले कई महानुभावों को पुरस्कार भी मिले है। यह हम सभी लोगों के लिए गर्व की बात है। धनीराम टोटो, जानुम सिंह सॉय, रामकृष्ण रेड्डी से तो अब पूरा देश परिचित हो गया है।
सिद्दी, जारवा और ओंग जनजाति के लोगों के साथ काम करने वाले लोगों के साथ काम करने वाले लोगों को भी इस बार सम्मानित किया गया है। हीराबाई लोबी, रतन चंद्र कर, इश्वर चंद्र वर्मा हमारी जनजाति समुदाय का अभिन्न हिस्सा रहे हैं। इस वर्ष पद्म पुरस्कारों की गूंज उन इलाकों में भी सुनाई दे रही है, जो नक्सल प्रभावित हैं। कांकेर में लकड़ी पर कलाकारी करने वाले अजय कुमार मंडारी, गढ़चिरौली के परशुमार खुडे को भी यह सम्मान मिला है। इस बार पद्म पुरस्कार से सम्मानित होने वालों में कई ऐसे लोग भी शामिल हैं जिन्होंने संगीत की दुनिया को समृद्ध किया है। संगीत हर किसी के जीवन का हिस्सा होता है।
गुलाम मोहम्मद जा, मोआ सुबोंग, सिंगबोर कुर्कलांग, मुनिवेंकटप्पा, मंगल कांति रॉय जैसे कितने ही नाम हैं जिनकी हर तरफ चर्चा हो रही है। ये वो लोग हमारे बीच के वो साथी हैं जिन्होंने हमेशा देश को सर्वोच्च रखा, सेवा भाव से अपने काम में लगे रहे। इसके लिए उन्होंने कभी पुरस्कार की आशा नहीं की। ऐसे समर्पित लोगों को सम्मानित करके देशवासियों का गौरव बढ़ा है। आप इन लोगों के जीवन के बारे में जानिए और अन्य लोगों को भी बताएं।
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