क्या होगा पीएम मोदी की उस बधाई का जो उन्होंने फडणवीस को CM बनने पर दी थी?
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में जिस तरह से हर किसी को चौंकाते हुए देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली उसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें ट्वीट करके बधाई दी थी। प्रधानमंत्री मोदी की बधाई को इसलिए भी अहम माना जा रहा है क्योंकि अगर फडणवीस ने सीएम पद की शपथ ली है तो उसमे केंद्रीय नेतृत्व की सहमति है और साथ ही वह इस बात से आश्वस्त है कि उनके पास सरकार बनाने के लिए पूर्ण बहुमत है। लेकिन सोमवार को जिस तरह से एनसीपी-शिवसेना-कांग्रेस ने अपने विधायकों की होटल ग्रैंड हयात में परेड कराई उसके बाद फडणवीस सरकार पर संकट मंडराता नजर आ रहा है।
पीएम मोदी-शाह ने संभाली कमान
इस पूरे विवाद पर आज सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुनाते हुए कहा कि महाराष्ट्र में बुधवार को विधानसभा के भीतर फ्लोर टेस्ट होगा। साथ ही कोर्ट ने कहा है कि इस फ्लोर टेस्ट का लाइव प्रसारण किया जाए। इन तमाम उठापठक के बीच अब गेंद भाजपा के पाले हैं और उसके सामने बड़ी चुनौती अब अपनी सरकार को बचाने के साथ फ्लोर टेस्ट को पास करना है। महाराष्ट्र की इस बड़ी परीक्षा की कमान अब खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने थाम ली है। जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा महाराष्ट्र के सियासी हालात पर बैठक कर रहे हैं।
आक्रामक हुए शरद पवार
इससे पहले सोमवार को विधायकों की परेड में एनसीपी मुखिया ने शरद पवार ने सख्त रुख अख्तियार करते हुए भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। विधायकों को संबोधित करते हुए शरद पवार ने कहा कि शरद पवार ने कहा कि मैं इस बात को साफ करना चाहता हूं कि जिन पार्टी नेताओं को सस्पेंड कर दिया जाता है तो उसके पास ऐसा करने का अधिकार नहीं होता है। वहीं शरद पवार ने कहा कि हमारे पास 162 से अधिक विधायकों का समर्थन है। हम सरकार का गठन करेंगे और महाराष्ट्र की जनता के हित में काम करेंगे। जिस दिन फ्लोर टेस्ट होगा मैं 162 विधायक लेकर आउंगा। यह गोवा नहीं महाराष्ट्र है।
उद्धव ने भी खोला मोर्चा
वहीं इस दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमारी लड़ाई सिर्फ सत्ता के लिए नहीं है, महारी लड़ाई सत्यमेव जयते के लिए है। आप हमे जितना तोड़ने की कोशिश करेंगे हम उतना ही एकजुट होंगे। ठाकरे ने कहा कि 25 साल से हम आपके (भाजपा) साथ थे आपको समझ नहीं आया, अब हम बताएंगे कि शिवसेना क्या है। हम यहां सिर्फ सत्ता के लिए नहीं आए हैं, हम कई सालों के लिए एक साथ आएं हैं।