संजय राउत ने शेयर की अटल बिहारी वाजपेयी की कविता, बोले- चुनौतियों से भागना नहीं, जूझना जरूरी
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नई दिल्ली। महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर खींचतान के बीच एक बार फिर शिवसेना नेता संजय राउत ने कविता के जरिए जारी भाजपा पर हमला बोला है। लगातार भाजपा पर हमलावर राज्यसभा सांसद संजय राउत ने इस बार अटल बिहारी वाजपेयी की कविता को ट्वीट किया है। पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी की कविता ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा है, कोई दीनता नहीं चाहिए, चुनौतियों से भागना नहीं बल्कि जूझना जरूरी है।
संजय राउत ने शुक्रवार सुबह ट्वीट किया- आग्नेय परीक्षा की इस घड़ी में आइए, अर्जुन की तरह उद्घोष करें: ''न दैन्यं न पलायनम्।'' (गीता का संदेश- *न दैन्यं न पलायनम्* अर्थात कोई दीनता नहीं चाहिए , चुनौतियों से भागना नहीं , बल्कि जूझना जरूरी है)
राउत के इस ट्वीट से साफ है कि महाराष्ट्र में जो सरकार बनाने को लेकर जो रस्साकशी चल रही है, उसको लेकर उन्होंने भाजपा पर निशाना साधा है। एक दिन पहले संजय राउत ने दुष्यंत कुमार का शेर, 'तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं, कमाल है फ़िर भी तुम्हें यकीन नहीं।' ट्वीट किया था।
संजय राउत भाजपा पर निशाना साधने के लिए लगातार शायरी का सहारा ले रहे हैं। इससे पहले उन्होंने दुष्यंत की ही लाइनें- सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं, मेरी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए। उन्होंने वसीम बरेलवी का शेर- उसूलों पर जहाँ आँच आये, तो टकराना जरूरी है जो ज़िन्दा हो,तो फिर जिन्दा नजर आना जरूरी है, भी ट्वीट कर भाजपा पर निशाना साधा था।
बता दें कि महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव के नतीजे 24 अक्टूबर को आए हैं। बीजेपी के 105 और शिवसेना के 56 विधायक जीते हैं। कांग्रेस को 44 और एनसीपी को 54 सीटों पर जीत मिली है। बहुमत के लिए यहां 145 सीटों की जरूरत है, ऐसे में साफ है कि कोई एक पार्टी अपने दम पर सरकार नहीं बना सकती है। भाजपा-शिवसेना ने मिलकर चुनाव लड़ा है और दोनों दलों की सीटें भी बहुमत के आंकड़े से ज्यादा हैं लेकिन नतीजे आने के बाद से ही शिवसेना ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद पर अड़ी हुई है, वहीं भाजपा इस पर तैयार नहीं है। इसी को लेकर नई सरकार का रास्ता साफ नहीं हो पा रहा है।