‘बाघ के गले में NCP की घड़ी और पंजे में BJP का कमल', कुछ बड़ा सोच रही है शिवसेना?
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मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों में भाजपा को लगे झटके के बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने मौजूदा समीकरणों पर कार्टून पोस्ट कर चुटकी ली है। उन्होंने ट्वीट कर कार्टूनिस्ट रवि के एक कार्टून को पोस्ट किया है जिसमें शिवसेना के चुनाव चिहृन शेर के गले में एनसीपी का चुनाव चिहृन घड़ी है और उसके हाथ में भाजपा का चिहृन कमल है। संजय राउत ने इसके कैप्शन में लिखा है, 'व्यंग चित्रकार का कमाल। बुरा न मानो दिवाली है।' आपको बता दें कि महाराष्ट्र में बन रहे सियासी समीकरण उसके लिए टेंशन पैदा करने वाले हैं। दरअसल, 2014 की तुलना में बीजेपी की सीटें घटी हैं तो उसकी सहयोगी शिवसेना को भी न सिर्फ मनमाफिक सौदेबाजी करने का मौका मिल गया है बल्कि वह बीजेपी से अलग भी कुछ बड़ा सोचने की स्थिति में आ गई है।
आदित्य ठाकरे को उतार इच्छा जाहिर कर चुकी है शिवसेना
इस बार शिवसेना ने आदित्य ठाकरे को उतार पहले ही अपनी इच्छा जाहिर कर दी है। पार्टी आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहती है। नतीजे भी कुछ ऐसे आए हैं कि बीजेपी बिना किसी सहयोग के सरकार नहीं बना सकती है। पिछली बार जहां भाजपा की 122 सीटें थी वहीं इस बार उसके खाते में सिर्फ 105 सीटें आई हैं। शिवसेना की सीटों का आंकड़ा भी पिछली बार के मुकाबले 63 से घटकर 56 हुआ है लेकिन राजग सरकार की स्थिरता के लिये उसकी भूमिका महत्वपूर्ण होने वाली है। वहीं, कांग्रेस की बात करें इसे 44 सीटें मिली हैं। शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी को इस बार 54 सीटें मिली हैं, जो 2014 के मुकाबले 13 सीटें अधिक है और अब चर्चा यह है कि अगर बीजेपी के साथ शिवसेना की बात नहीं बनती है और कांग्रेस-एनसीपी उसे समर्थन दे देती है तो सीटों का आंकड़ा 154 पहुंच जाता है। यह आंकड़ा बहुमत से 9 ज्यादा होगा।
हवा देने में लगी है कांग्रेस
कांग्रेस और शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शिवसेना के साथ समीकरण को हवा देने में जुटे हैं। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने चुनाव नतीजे के बाद कहा था कि सरकार बनाने की बहुत सी रोचक संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा था कि शिवसेना, NCP और कांग्रेस गठजोड़ कर बीजेपी के मंसूबों पर पानी फेर सकती हैं।
सामना में कही गई ये बात
शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' के पहले पन्ने पर शुक्रवार को एक शीर्षक लगाते हुए कहा कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिव सेना के पास महाराष्ट्र में सत्ता की चाबी है। बीजेपी पर निशाना साधते हुए इसमें कहा गया है कि राज्य में कोई महाजनादेश नहीं है और यह परिणाम उन लोगों के लिए एक सबक है, जो सत्ता के घमंड में चूर हैं।