मध्य प्रदेश: 27 जिलों के 144 मतदान केंद्रों पर हुई टेस्टिंग वोटिंग पर खड़ा हो सकता है विवाद
भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 के लिए काउंटिंग का काम जारी है। यहां कांग्रेस और भाजपा के बीच बेहद कड़ा मुकाबला देखने देखने को मिल रहा है। एमपी में सरकार बनाने के लिए 116 सीटों की जरूरत है, लेकिन कांग्रेस और भाजपा लगातार इस आंकड़े 5 से 10 सीट पिछड़ रही हैं। 10 सीटों पर अन्य आगे हैं और ऐसी स्थिति में उनकी भूमिका बेहद अहम होने जा रही है। एमपी में चल रहे कांटे के इस मुकाबले में एक और नया पेंच सामने आया। मामला ईवीएम की टेस्टिंग से जुड़ा है। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट की मानें तो एमपी के 27 जिलों के 144 मतदान केंद्रों में ईवीएम की टेस्टिंग की गई, लेकिन वोटिंग से पहले डाटा डिलीट नहीं किया गया। यह खबर हैरान करने वाली हैं और बड़ा विवाद खड़ा कर सकती है।
114 केंद्रों पर हुई ईवीएम टेस्टिंग
जानकारी के मुताबिक, मतदान से पहले ईवीएम में सभी प्रत्याशियों को वोट डालकर देखा जाता है। यह जानने के लिए वोट सही प्रत्याशी को जा रहा या नहीं? इन 144 मतदान केंद्रों में भी इसी प्रक्रिया को अपनाया गया, लेकिन स्थानीय मीडिया में ऐसी खबर है कि मॉकपोल के दौरान ईवीएम में दर्ज वोट हटाए नहीं गए।
खड़ा हो सकता है विवाद
जानकारी के मुताबिक, मॉकपोल के दौरान एक प्रत्याशी को पांच-पांच वोट डलवाए जाते हैं। परिणाम से संतुष्ट होने के बाद पीठासीन अधिकारी ईवीएम में दर्ज रिकॉर्ड को हटाने के बाद मतदान कराया जाता है। खबर है कि इन 144 केंद्रों के पीठासीन अधिकारियों ने यह काम नहीं किया और मतदान करा दिया। कम मतों के अंतर से होने वाली हार-जीत में इन 144 केंद्रों पर विवाद खड़ा हो सकता है।
मशीनों को अलग रखा जा सकता है
खबर यह भी है कि मतगणना के दौरान इन मशीनों को संभवत: अलग रखा जाएगा। अगर हार-जीत का अंतर कम रहता है तो इन ईवीएम के मतों को गणना में शामिल किया जाएगा। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अधिकारियों का कहना है कि इन ईवीएम में औसतन 500 वोट हो सकते हैं।
यह है पूरी प्रक्रिया
चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने इस प्रक्रिया के बारे में बताया कि ईवीएम सही काम कर रही है या नहीं, इसके लिए मॉकपोल में सभी प्रत्याशियों के प्रतिनिधियों से पांच-पांच मत डलवाए जाते हैं और परिणाम सभी को बताया जाता है। संतुष्टि होने पर इस रिकॉर्ड को हटाकर मतदान कराया जाता है। इसके लिए पीठासीन अधिकारी को क्लोज, रिजल्ट और क्लीयर बटन दबाना होता है।